भोपाल। केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत के आधार पर पारित किए गए कृषि विधेयक को लेकर अब भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. देशभर के कई शहरों में लगातार विपक्षी दल इसका विरोध दर्ज करा रहे हैं, तो वहीं किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार से लेकर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी अब कृषि बिल के पक्ष में उतर आए हैं. इस बिल को लेकर जो भ्रांतियां किसानों के मन में उपज रही हैं, उन्हें दूर करने के लिए अब सीएम शिवराज सिंह चौहान मोर्चा संभालने जा रहे हैं.
आज शाम सीएम शिवराज सिंह चौहान कृषि बिल के संबंध में प्रदेश भर के किसानों से सीधा संवाद करेंगे. 'किसानों की बात मुख्यमंत्री के साथ' इस कार्यक्रम को नाम दिया गया है. सीएम के द्वारा किसानों से कृषि बिल एवं अन्य कृषि कार्यों के संबंध में भी संवाद किया जाएगा. यह संवाद कार्यक्रम कई प्लेटफार्म पर सीधा प्रसारित किया जाएगा.
केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को लेकर प्रदेश में भी किसानों के द्वारा विरोध शुरू कर दिया गया है. राजधानी भोपाल में ही सोमवार को किसानों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में भी किसानों के द्वारा भी विरोध दर्ज कराया गया. इन विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से किसानों ने मांग की है कि केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए और उसमें सुधार किया जाए क्योंकि जो कृषि विधेयक लाया गया हैं, उससे कहीं ना कहीं किसान को कम और उद्योगपतियों को ज्यादा फायदा होता दिखाई दे रहा है. हालांकि बीजेपी नेता इस कृषि विधेयक को ऐतिहासिक बता रहे हैं. भाजपा का दावा हैं कि केंद्र सरकार के द्वारा जो कृषि विधेयक लाया गया हैं, उससे कहीं ना कहीं किसानों का फायदा ही होगा.