भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद तेज हो गई है और संभावित नामों पर दिल्ली में मंथन चल रहा है. मुख्यमंत्री चौहान की दिल्ली में नेताओं के साथ सोमवार को चर्चा हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि आगामी दो से तीन दिनों में शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार संभावित है. मंत्रिमंडल में किसे जगह दी जाए, इसके लिए मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और महामंत्री संगठन सुहास भगत के बीच कई दौर की चर्चा हो चुकी है. नामों पर आम सहमति भी बन चुकी है. फिलहाल तीनों नेता दिल्ली प्रवास पर हैं.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं, उनके दो समर्थक मंत्री बनाए जा चुके हैं. इसके अलावा सिंधिया के साथ भाजपा में आए महेंद्र सिंह सिसोदिया, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, एंदल सिंह कंसाना, हरदीप सिंह डंग, रणवीर जाटव और बिसाहू लाल सिंह को भी मंत्री बनाया जाना है. ये नाम लगभग तय भी हो चुके हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद भी इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्दी संभव है. इसके लिए दिल्ली संगठन के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा होगी.
इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और महामंत्री संगठन सुहास भगत रविवार की दोपहर स्टेट प्लेन से दिल्ली रवाना हुए, तीनों नेता सोमवार की शाम तक दिल्ली में रहेंगे. उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात संभावित है. इस मुलाकात के दौरान संभावित मंत्रियों के नाम पर चर्चा होगी और नामों पर अंतिम मुहर लगेगी.
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते कमलनाथ की सरकार गिरी और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी. वर्तमान में मंत्रिमंडल में चौहान के अलावा पांच मंत्री हैं, बीते दो महीने से मंत्रिमंडल के विस्तार की कवायद जारी है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्दी संभावित है.