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कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा- CM शिवराज

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर कथित रूप से आरोप लगने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है. उन्होंने शिवसेना पर आरोप लगाते हुए कहा कि कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा.

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लेटर बम
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Published : Mar 21, 2021, 5:37 PM IST

भोपाल। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाये थे कि उन्होंने सचिन वाजे को अनिल देशमुख ने वसूली के लिए कहा था. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के विस्फोटक पत्र के बाद बीजेपी के निशाने पर शिवसेना और शरद पवार आ गए हैं. इस मामले में बीजेपी के हमले लगातार बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. इस मामले में अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है.

कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिस ढंग से मंत्री पर आरोप लगे हैं, संबंधित मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. महाराष्ट्र सरकार में जमकर दलाली है, भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा तो है ही, लेकिन यह नैतिक पतन नहीं है. बल्कि इससे तो ऐसा लग रहा है कि सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं. शिवराज सिंह चौहान ने इसी बहाने महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा है. शिवसेना का नाम लेते हुए शिवराज ने कहा कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने जो जोड़ा महाराष्ट्र के विकास में रोड़ा. यह सब देख कर मन भारी और दुखी हुआ है. परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को हर महीने सौ करोड़ रुपए की उगाही का टारगेट दिया था. 70 साल के अनिल देशमुख महाराष्ट्र की राजनीति के ऐसे चुनिंदा नेताओं में से हैं. जिन्होंने हर पार्टी की सरकार में अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है. लेकिन ताजा हालातो के बाद लग रहा है अनिल देशमुख का राजनैतिक कैरियर खतरे में है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की जांच होगी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक लदी एसयूवी के मामले की जांच कर रही है, अब ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की भी जांच करेगी. इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से शुक्रवार को नई दिल्ली में मुलाकात की थी. इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल और अन्य लोग भी उपस्थित थे. लगभग दो घंटे के बाद बैठक से बाहर आते हुए, देशमुख ने कहा कि उन्होंने एंटीलिया बम मामले की चर्चा की थी.

दोषियों के खिलाफ होगी सही कार्रवाई

देशमुख ने बताया कि एनआईए और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं. राज्य सरकार एनआईए को पूरा सहयोग कर रही है. दोनों जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी. हालांकि, उन्होंने एक सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या हालिया घटनाक्रम से मुंबई और राज्य पुलिस बलों का मनोबल गिर गया है. बुधवार को क्राइम ब्रांच एपीआई वाजे की गिरफ्तारी की गिरफ्तारी की गई थी.

क्या है मामला

25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं थी. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.

आलोचनाओं से घिरी 'मुंबई पुलिस'

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया था. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले सिंह की जगह मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे. सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है.

मर्सिडीज कार से लैपटॉप, आईपैड सहित बहुत कुछ बरामद

मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे. अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार को मंगलवार को जब्त करके उसमें से पांच लाख रुपये बरामद किये थे. साथ ही जांच एजेंसी ने उनके कार्यालय में तलाशी के दौरान लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोनों जैसे इलैक्ट्रोनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये थे.

परमबीर सिंह के पत्र की बातें

पत्र में सिंह ने बताया है कि उनका स्थानांतरण महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951, धारा 22 एन (2) के तहत प्रभावी था, इस कारण से कि यह प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आवश्यक था, एंटीलिया (एसयूवी मामले) में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए घटना. सिंह ने याद किया कि कैसे उन्होंने ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को देशमुख द्वारा लिप्त 'दुष्कर्म और दुर्भावना' के बारे में बताया था. इस संदर्भ में, सिंह ने कहा कि देशमुख ने अपने आधिकारिक निवास 'ज्ञानेश्वरी' में कई बार वाजे को बुलाया था और उनसे बार-बार मंत्री के लिए धन एकत्र करने में सहायता करने के लिए कहा था.

सिंह के अनुसार, फरवरी के मध्य में ऐसी एक बैठक में, मंत्री ने वाजे को बताया कि उनका हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य था और यहां तक कि सलाह दी गई कि मुंबई में 1,750 बार, भोजनालय और अन्य प्रतिष्ठान हैं, अगर 2-3 रुपये, प्रत्येक से लाख इकट्ठा किया गया था, यह लगभग 40-50 करोड़ रुपये हो सकता है, जबकि बाकी अन्य स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है.

भोपाल। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाये थे कि उन्होंने सचिन वाजे को अनिल देशमुख ने वसूली के लिए कहा था. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के विस्फोटक पत्र के बाद बीजेपी के निशाने पर शिवसेना और शरद पवार आ गए हैं. इस मामले में बीजेपी के हमले लगातार बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. इस मामले में अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है.

कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिस ढंग से मंत्री पर आरोप लगे हैं, संबंधित मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. महाराष्ट्र सरकार में जमकर दलाली है, भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा तो है ही, लेकिन यह नैतिक पतन नहीं है. बल्कि इससे तो ऐसा लग रहा है कि सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं. शिवराज सिंह चौहान ने इसी बहाने महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा है. शिवसेना का नाम लेते हुए शिवराज ने कहा कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने जो जोड़ा महाराष्ट्र के विकास में रोड़ा. यह सब देख कर मन भारी और दुखी हुआ है. परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को हर महीने सौ करोड़ रुपए की उगाही का टारगेट दिया था. 70 साल के अनिल देशमुख महाराष्ट्र की राजनीति के ऐसे चुनिंदा नेताओं में से हैं. जिन्होंने हर पार्टी की सरकार में अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है. लेकिन ताजा हालातो के बाद लग रहा है अनिल देशमुख का राजनैतिक कैरियर खतरे में है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की जांच होगी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक लदी एसयूवी के मामले की जांच कर रही है, अब ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की भी जांच करेगी. इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से शुक्रवार को नई दिल्ली में मुलाकात की थी. इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल और अन्य लोग भी उपस्थित थे. लगभग दो घंटे के बाद बैठक से बाहर आते हुए, देशमुख ने कहा कि उन्होंने एंटीलिया बम मामले की चर्चा की थी.

दोषियों के खिलाफ होगी सही कार्रवाई

देशमुख ने बताया कि एनआईए और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं. राज्य सरकार एनआईए को पूरा सहयोग कर रही है. दोनों जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी. हालांकि, उन्होंने एक सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या हालिया घटनाक्रम से मुंबई और राज्य पुलिस बलों का मनोबल गिर गया है. बुधवार को क्राइम ब्रांच एपीआई वाजे की गिरफ्तारी की गिरफ्तारी की गई थी.

क्या है मामला

25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं थी. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.

आलोचनाओं से घिरी 'मुंबई पुलिस'

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया था. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले सिंह की जगह मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे. सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है.

मर्सिडीज कार से लैपटॉप, आईपैड सहित बहुत कुछ बरामद

मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे. अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार को मंगलवार को जब्त करके उसमें से पांच लाख रुपये बरामद किये थे. साथ ही जांच एजेंसी ने उनके कार्यालय में तलाशी के दौरान लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोनों जैसे इलैक्ट्रोनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये थे.

परमबीर सिंह के पत्र की बातें

पत्र में सिंह ने बताया है कि उनका स्थानांतरण महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951, धारा 22 एन (2) के तहत प्रभावी था, इस कारण से कि यह प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आवश्यक था, एंटीलिया (एसयूवी मामले) में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए घटना. सिंह ने याद किया कि कैसे उन्होंने ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को देशमुख द्वारा लिप्त 'दुष्कर्म और दुर्भावना' के बारे में बताया था. इस संदर्भ में, सिंह ने कहा कि देशमुख ने अपने आधिकारिक निवास 'ज्ञानेश्वरी' में कई बार वाजे को बुलाया था और उनसे बार-बार मंत्री के लिए धन एकत्र करने में सहायता करने के लिए कहा था.

सिंह के अनुसार, फरवरी के मध्य में ऐसी एक बैठक में, मंत्री ने वाजे को बताया कि उनका हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य था और यहां तक कि सलाह दी गई कि मुंबई में 1,750 बार, भोजनालय और अन्य प्रतिष्ठान हैं, अगर 2-3 रुपये, प्रत्येक से लाख इकट्ठा किया गया था, यह लगभग 40-50 करोड़ रुपये हो सकता है, जबकि बाकी अन्य स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है.

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