भोपाल। प्रदेश में गैर उपचुनाव वाले 33 जिलों में मुख्यमंत्री शिवराज ने 107 ग्रामीण पेयजल कार्यों का भूमिपूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया. भोपाल के मिंटो हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि कोरोना काल में विकास और जनकल्याण के कार्य लगातार जारी है. इसी कड़ी में आज 107 ग्रामीण पेयजल की नल जल योजना का शिलान्यास किया है, जिसमें 127 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी, इसके पूरा हो जाने के बाद गांव को पीने का शुद्ध पानी मिलेगा.
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम शिवराज ने कांग्रेस और कमलनाथ के आरोपों पर पलटवार किया और कांग्रेस के सारे आरोपों को जनता का अपमान बता दिया. सीएम ने कहा कि कांग्रेस मुझे नंगा-भूखा, कलाकार, नारियल वाला सीएम जैसे तमाम आरोप लगाती है. कमलनाथ बता दें कि मैं भूखा रहूं, नंगा रहूं या फिर लेटा रहूं. सीएम ने कहा कि 5 बार के सांसद, 5 बार के विधायक और 4 बार के मुख्यमंत्री के उपर ऐसे व्यक्तिगत आरोप और इस तरह के शब्दों का उपयोग करना कांग्रेस की घटिया मानसिकता है.
अन्य योजनाएं हुई स्वीकृत
प्रदेश के सभी गांव को पीने का शुद्ध पानी मिले, हैंडपंप पर निर्भरता न रहें, इसके लिए पाइप लाइन बिछाकर पीने का पानी दिया जाएगा. इसके अलावा 2,241 योजनाएं और और स्वीकृत की गई हैं, जिससे 2,241 गांव में पीने का पानी नल जल योजना के माध्यम से दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त समूह पेयजल योजना भी स्वीकृत की गई है, जिसकी कुल लागत 8,261 करोड़ 60 लाख रुपए होगी. सरकार के इन योजनाओं का लक्ष्य 2023 के अंत तक सभी गांव को पीने का पानी देना है.