भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण को लेकर किए जा रहे प्रयासों के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. जनभागीदारी से कोरोना नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. उधर मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि पॉजिटिव पेशेंट्स के साथ परिजन अस्पताल के अंदर न जाएं.
पीएम ने प्रयासों की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के अलग-अलग जगहों पर लगाए गए कोरोना कर्फ्यू की सराहना की. साथ ही प्रदेश में माइक्रो कंटेनमेंट जोन के प्रभावी क्रियान्वयन और जनमानस की कोरोना नियंत्रण के लिए सक्रिय भागीदारी पर भी प्रसन्नता जताई.
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प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी से फोन पर चर्चा की और उन्हें मध्यप्रदेश में #COVID19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।
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उनके सुझाव पर अमल करते हुए हमने माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया है;इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं।
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 26, 2021
उनके सुझाव पर अमल करते हुए हमने माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया है;इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं।प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी से फोन पर चर्चा की और उन्हें मध्यप्रदेश में #COVID19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 26, 2021
उनके सुझाव पर अमल करते हुए हमने माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया है;इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं।
सीएम शिवराज के गृह जिले में बदहाल अस्पताल, निजी लैब में जाने को मजबूर लोग
सीएम ने लोगों से की अपील
उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से अपील की कि मरीज के पॉजिटिव होने पर परिजन खुद अस्पताल के अंदर न जाएं. कई बार ऐसा देखा जा रहा है कि बड़ी संख्या में पॉजिटिव पेशेंट्स के साथ परिजन अस्पताल पहुंच रहे हैं. अगर परिजन ही संक्रमित हो जाएंगे, तो फिर मरीजों की देखभाल कौन करेगा ?. इसलिए उन्होंने निवेदन किया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए परिजन मरीजों के साथ अस्पताल के अंदर न आए. अगर ऐसा नहीं किया गया, तो संकट और बढ़ेगा. इस समय किसी को भी संक्रमण बढ़ाने में योगदान नहीं करना है बल्कि संक्रमण रोकने में अपना योगदान देना है.