भोपाल। गत माह ग्वालियर-चंबल अंचल (Gwalior-Chambal Region) में बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र को फाइनल रिपोर्ट (MP Government Final Report) भेज दी है. 140 पेज की रिपोर्ट में दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान होने की कही गई है. इसी आधार पर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार (Central Government) ने राहत पैकेज उपलब्ध कराने की मांग की है. राज्य सरकार ने इसके अलावा राज्य आपदा राहत कोष (State Disaster Relief Fund) की लंबित 728 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त की राशि जानी करने का भी अनुरोध किया है.
किसानों को 577 करोड़ रुपये का नुकसान
बता दें कि बाढ़ से ग्वालियर-चंबल संभाग (Flood in Gwalior-Chambal Region) के श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर के अलावा विदिशा में भारी नुकसान हुआ है. बाढ़ से 1.14 लाख हेक्टेयर से ज्यादा की फसल चौपट हो गई है. इन फसलों में सोयाबीन, मक्का, मूंग, धान, बाजरा और मूंगफली शामिल है, जिसमें किसानों का 577 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
62 हजार से ज्यादा मकान छतिग्रस्त
राज्य सरकार ने केंद्रीय अध्ययन दल की रिपोर्ट के आधार पर बाढ़ में हुए नुकसान का आकलन किया है. इसके मुताबिक 62 हजार से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसमें से 35 हजार पक्के व कच्चे मकान ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जो अब रहने लायक ही नहीं हैं. वहीं बाढ़ की चपेट में आए कई गांव अभी भी ऐसे हैं, जहां पूरी तरह से बिजली बहाल नहीं हो पाई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 9 जिलों के 1,228 गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई थी. 8,473 बिजली के पोल टूट गए, जबकि 3,453 ट्रांसफॉर्मर को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान सड़कों को हुआ है. 1874 किलोमीटर की सड़क क्षतिग्रस्त हुई है.