भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 31 जनवरी और 1 फरवरी को सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी और कमिश्नर आईजी के साथ बैठक करने जा रहे हैं. लंबे समय बाद होने जा रही कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में सीएम शिवराज तमाम योजनाओं की जिला और संभागवार समीक्षा करेंगे. अधिकारियों को बैठक का एजेंडा पहले ही भेज दिया गया है, और जिलों से जरूरी जानकारी बुलाई जा रही है. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि, सभी अच्छी तैयारी के साथ बैठक में आएं. इस बार ये बैठक वर्चुअली नहीं होगी, बल्कि सभी अधिकारी बैठक में शामिल होने भोपाल आएंगे.
इन योजनाओं पर रहेगा फोकस: बैठक में सरकार की मुख्य फोकस वाली योजनाएं खास तौर से चर्चा में रहेंगी. इनमें मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर के नियंत्रण के उपाए, संस्थागत प्रसव, जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना, प्रसूति सहायता योजना कुपोषण पर नियंत्रण, पेसा एक्ट, कानून व्यवस्था की स्थिति, मातृ वंदना योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न के वितरण, आयुषमान योजना आदि की समीक्षा की जाएगी. इसके अलावा बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी तथा ग्रामीण, रोजगार मेला, जल जीवन मिशन, सीएम राइज स्कूल आदि चर्चा के एजेंडे में शामिल किए गए हैं. बैठक में सभी जिलों के कलेक्टर एसपी के अलावा आईजी, कमिश्नर, विभाग के पीएस, एसीएस, मुख्य सचिव और तमाम मंत्री बैठक में मौजूद रहेंगे.
बैठक के बाद शुरू होगी सीएम की विकास यात्रा: 1 फरवरी को अधिकारियों के साथ मैराथन समीक्षा बैठक के बाद प्रदेश भर में सीएम की विकास यात्रा शुरू होने जा रही है. इसको लेकर सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गांव-गांव और वार्डों में घूमेंगे और सरकार की योजनाओं को सरकार के सामने रखेंगे. साथ ही योजनाओं को लेकर सीधे जनता से फीड बैक भी लेंगे. यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सरकार द्वारा किए गए वादों और विकास कार्यों का लेखा-जोखा भी जनता के सामने रखेंगे. विकास यात्रा के पहले होने जा रही कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने को लेकर जहां कई अधिकारियों को शाबाशी मिलेगी, तो वहीं कुछ अधिकारियों को सीएम की नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है.