भोपाल। मध्यप्रदेश में अवैध शराब के काले कारोबार को लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कमिश्नर कलेक्टर आईजी व एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की. बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिर्फ एक ही पंक्ति का निर्देश है कि प्रदेश से शराब माफियाओं को जड़ से नष्ट करना है.
अधिकारी ठान लें तो माफिया बचेंगे नहीं
कलेक्टर कमिश्नर और आईजी एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अवैध शराब के काले कारोबार को जड़ मूल से नष्ट करना है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शराब माफियाओं की जड़ों पर प्रहार करें और अगर जिले के अधिकारी ठान लें तो अवैध शराब का यह काला कारोबार करने वाले माफिया बच नहीं सकते.
संयुक्त टीम काम करें और गंदगी साफ करें
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रदेश के सभी अधिकारियों से चर्चा करते हुए सीएम शिवराज ने निर्देश दिए हैं कि संयुक्त टीम बनाकर प्रदेश भर में काम करें और गंदगी की सफाई करें. उन्होंने कहा कि इसकी जवाबदारी जिले के कलेक्टर एसपी और आबकारी अधिकारी की है. तीनों विभागों के अधिकारी संयुक्त रुप से एक टीम गठित करें और मध्यप्रदेश में चल रहे अवैध शराब के काले कारोबार को नष्ट करने का काम करें.
बेहतर काम करने वाले होंगे पुरुस्कृत
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमिश्नर कलेक्टर और आईजी एसपी को अवैध शराब के धंधे को खत्म करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अवैध शराब के काले कारोबार को नष्ट करने में जो अधिकारी और कर्मचारी बेहतर काम करेंगे. ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कृत करने का काम भी सरकार करेगी.
मुरैना में जहरीली शराब से हुई है 24 लोगों की मौत
दरअसल मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के 2 गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है. जिसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर में अवैध शराब के काले कारोबार पर नकेल कसने के लिए एक अभियान शुरू किया है. जिसके तहत प्रदेश भर में शराब माफियाओं के खिलाफ शासन प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है. इसी काले धंधे को जड़ से नष्ट करने के लिए अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के कलेक्टर कमिश्नर और आईजी एसपी को निर्देश दिए हैं.