भोपाल। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रैक पर प्रदेश के 16 मजदूरों की मौत हो गई. जिसके बाद प्रदेश सरकार अब मजदूरों को लेकर पूरी तरह सतर्क हो गई है. यही वजह है कि सीएम शिवराज ने अधिकारियों को मजदूरों का स्वागत करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से अधिकारियों से कहा कि जितने भी मजदूर अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश आ रहे हैं, उन सभी मजदूरों का स्वागत किया जाए. इसके साथ ही भोजन और चाय नाश्ते की समुचित व्यवस्था की जाए.
नोडल अधिकारी की जगह कॉल सेंटर पर करें संपर्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने की अनुमति एवं व्यवस्था के लिये, मजदूर या कोई भी व्यक्ति नोडल अधिकारियों को फोन करने की बजाय कॉल सेंटर 0755-2411180 पर फोन करें. जिससे आवश्यक सहायता दी जा सके.
राज्य की सीमाओं पर स्क्रीनिंग अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जो मजदूर सड़क मार्ग से मध्यप्रदेश आते हैं, उनकी राज्य की सीमाओं पर अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाये. ट्रेन से आने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग उतरते वक्त ही की जाये. कोई भी मजदूर बिना स्क्रीनिंग के प्रवेश न कर पाए . साथ ही इनका पूरा विवरण भी लिखकर रखा जाये. वहीं गंतव्य पर पहुंचने पर उन्हें क्वारेंटाइन भी किया जाए.
मजदूरों के लिये 56 ट्रेनें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक मजदूर भाई को प्रदेश वापस लाया जायेगा, वे बिल्कुल चिंता न करें. अपर मुख्य सचिव आईसीपी केसरी ने बताया कि मजदूरों को प्रदेश लाने के लिये 56 ट्रेनों की मांग रेल मंत्रालय को भिजवाई गई है. कर्नाटक से पहली ट्रेन कल मध्यप्रदेश के लिये रवाना होगी, जो कि जबलपुर एवं ग्वालियर रूकेगी. प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया कि वापस आने के लिये अभी तक 3 लाख 90 हजार व्यक्तियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है.
16 मजदूरों की ट्रेन से कटकर हुई थी मौत
बता दें कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मध्य प्रदेश के 16 मजदूर रेलवे ट्रैक पर सोते समय हादसे का शिकार हो गए थे. जिसके बाद से ही विपक्ष लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है. यही वजह है कि मजदूरों की वापसी को लेकर सीएम शिवराज लगातार अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं. साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी दिशा निर्देश देने का काम कर रहे हैं. ताकि अन्य राज्यों से वापस लौट रहे मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी ना उठानी पड़े.