भोपाल। देशभर में अनलॉक-4 के बाद से लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है. ऐसे कई जिले हैं जहां तेजी से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जिसके चलते सरकार की चिंता भी बढ़ती जा रही है. वहीं संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए सरकार लगातार कई तरह के नवाचार और प्रयास कर रही है. लेकिन जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है ऐसे में सभी प्रयास नाकाफी है.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर समीक्षा बैठक की. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेंस भी मुख्य रूप से मौजूद रहे हैं. समीक्षा बैठक के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि, जिलों में स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप उपाय कर एक्टिव केस रोकने का प्रयास किया जाए. व्यापारी समुदाय से चर्चा कर बाजारों में दुकानों के खुलने के समय को सीमित करते हुए सप्ताह में एक और दो दिन स्वैच्छिक रूप से आधे और पूरे दिन के लिए बाजार को बंद रखने की व्यवस्था की जा सकती है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
सक्षम लोग दे इलाज का पैसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के जिम्मा सभी लोगों का है, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को सभी लोग सख्ती से अपनाए. सीएम ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जिन जिलों का प्रभार देख रहे हैं , वहां रेड क्रॉस, निजी अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से समन्वय स्थापित कर होम आइसोलेशन के रोगियों की बेहतर सेवा के प्रयास भी किए जाएं. सीएम ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए कोई राशि नहीं ली जा रही है. लेकिन समाज का बहुत बड़ा वर्ग यह राशि दे सकता है. जो लोग सक्षम है वे अपने इलाज का पैसा दे तो अच्छा रहेगा.
रिकवर हो रहे है मरीज
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 2 से 16 सितंबर के पखवाड़े में पॉजिटिविटी रेट 8.9 रहा है, साथ ही फेटेलिटी रेट 2 प्रतिशत रहा है. जो निरंतर कम हो रहा है. देश में एक्टिव रोगियों की संख्या के मान से मध्यप्रदेश इस समय चौथे क्रम पर है. मध्य प्रदेश का रिकवरी रेट 76.8 प्रतिशत है जो कई प्रदेशों से बेहतर है. बैठक के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि भीड़ एकत्रित होने वाली गतिविधियों को नियंत्रित किया जाए. वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए इस साल गरबा के आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है. जबकि दुर्गा उत्सव में पूर्व में भेजे निर्देशों के अनुरूप चल समारोह ना निकालने, दुर्गा जी की प्रतिमाओं की ऊंचाई 6 फीट की सीमा पर रख और झांकी में पंडाल का साइज 10 ×10 फीट की सीमा में रखने और 10 लोगों की सीमित संख्या में विसर्जन में उपस्थिति के अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है.
इंदौर में है पर्याप्त सुविधाएं
सीएम ने इंदौर की समीक्षा के दौरान कहा कि, यदि व्यापारी बंधु दुकानों के खुलने की सीमा स्वयं तय कर ले तो इंदौर एक आदर्श प्रस्तुत कर सकता है. संक्रमण फैलाव को रोकने और खतरा कम करने की दृष्टि से यह अनुकरणीय होगा, इस दौरान कलेक्टर इंदौर ने जानकारी दी है कि वर्तमान में इंदौर में ऑक्सीजन संबंधी कोई समस्या नहीं है . रोगियों के लिए पर्याप्त बेड इंदौर में उपलब्ध हैं, पॉजिटिव और संदिग्ध रोगियों के लिए 7073 बेड की क्षमता के मुकाबले 1681 बेड का उपयोग हो रहा है जो पूरी क्षमता का 24 प्रतिशत है. आईसीयू बेड भी कुल क्षमता 325 के मुकाबले 281 उपयोग में आ रहे हैं जो क्षमता का 86 प्रतिशत है. व्यापारियों को दुकान के खोलने की अवधि को कम करने की सहमति मिल रही है , जिससे संक्रमण का विस्तार रोकने में सहयोग मिलेगा.