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बच्चों के साथ क्रिकेट खेलकर सीएम कमलनाथ ने मनाया बाल दिवस, फुटबॉल का भी उठाया लुत्फ - cm kamalnath celebrated children day

बाल दिवस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ बच्चों के रंग में रंगे हुए नजर आए. बच्चों के साथ क्रिकेट खेलकर उन्होंने बाल दिवस सेलिब्रेट किया. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैटिंग की और बच्चों की बॉलिंग पर कई शॉट भी लगाए. इस दौरान उन्होंने आठ साल के बच्चे के साथ फुटबॉल भी खेली.

सीएम कमलनाथ ने बच्चों के साथ खेला क्रिकेट
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Published : Nov 15, 2019, 7:54 AM IST

भोपाल। बाल दिवस के मौके पर क्विज प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलवाया गया. इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से बच्चों ने अपने मनचाहे प्रश्नों के उत्तर पूछे, जिसके जवाब सीएम कमलनाथ ने बेबाकी से दिए.

सीएम कमलनाथ ने बच्चों के साथ खेला क्रिकेट

बाल दिवस पर मुख्यमंत्री का एक अलग ही रूप नजर आया. यहां बच्चों के साथ कमलनाथ खुद भी बच्चे बने नजर आए. एक तरफ उन्होंने बच्चों के साथ जमकर क्रिकेट खेली, तो वहीं एक छोटे बच्चे के साथ फुटबॉल खेलने का भी लुत्फ उठाया.

cm kamalnath celebrated children day
बाल दिवस पर बच्चों को सम्मानित किया गया

बच्चों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज आप लोगों के साथ खेलते हुए मुझे अपने बचपन की याद फिर से तरोताजा हो गई है.

cm kamalnath celebrated children day
बच्चों के सवालों का जवाब देते सीएम कमलनाथ

इस मुलाकात के दौरान बच्चों का उन्होंने परिचय लिया. इसके अलावा कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी बच्चों को पुरस्कार भी दिया. कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर के कई जिलों से आए हुए इन बच्चों ने राजनीति से लेकर प्रदेश की व्यवस्था तक को लेकर अपने सीएम से सवाल पूछे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी बच्चों से उसके पूछे गए हर सवाल का पूरी बेबाकी से जवाब दिया.

cm kamalnath celebrated children day
बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते सीएम कमलनाथ

यहां तक कि उन्होंने अपने निजी जीवन से जुड़ी हुई बातों को भी बच्चों के साथ साझा किया.

cm kamalnath celebrated children day
छोटे बच्चे के साथ फुटबॉल खेलते मुख्यमंत्री

भोपाल। बाल दिवस के मौके पर क्विज प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलवाया गया. इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से बच्चों ने अपने मनचाहे प्रश्नों के उत्तर पूछे, जिसके जवाब सीएम कमलनाथ ने बेबाकी से दिए.

सीएम कमलनाथ ने बच्चों के साथ खेला क्रिकेट

बाल दिवस पर मुख्यमंत्री का एक अलग ही रूप नजर आया. यहां बच्चों के साथ कमलनाथ खुद भी बच्चे बने नजर आए. एक तरफ उन्होंने बच्चों के साथ जमकर क्रिकेट खेली, तो वहीं एक छोटे बच्चे के साथ फुटबॉल खेलने का भी लुत्फ उठाया.

cm kamalnath celebrated children day
बाल दिवस पर बच्चों को सम्मानित किया गया

बच्चों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज आप लोगों के साथ खेलते हुए मुझे अपने बचपन की याद फिर से तरोताजा हो गई है.

cm kamalnath celebrated children day
बच्चों के सवालों का जवाब देते सीएम कमलनाथ

इस मुलाकात के दौरान बच्चों का उन्होंने परिचय लिया. इसके अलावा कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी बच्चों को पुरस्कार भी दिया. कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर के कई जिलों से आए हुए इन बच्चों ने राजनीति से लेकर प्रदेश की व्यवस्था तक को लेकर अपने सीएम से सवाल पूछे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी बच्चों से उसके पूछे गए हर सवाल का पूरी बेबाकी से जवाब दिया.

cm kamalnath celebrated children day
बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते सीएम कमलनाथ

यहां तक कि उन्होंने अपने निजी जीवन से जुड़ी हुई बातों को भी बच्चों के साथ साझा किया.

cm kamalnath celebrated children day
छोटे बच्चे के साथ फुटबॉल खेलते मुख्यमंत्री
Intro:बच्चों के साथ क्रिकेट खेल कर सीएम ने मनाया बाल दिवस , भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए अभी से तैयारी करने का दिया बच्चों को मंत्र

भोपाल | बाल दिवस के अवसर पर देश में मुख्यमंत्री निवास पर एक क्विज प्रतियोगिता में चयनित किए गए बच्चों को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलवाया गया इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से बच्चों ने अपने मनचाहे प्रश्नों के उत्तर पूछे इसके अलावा बाल दिवस पर मुख्यमंत्री का एक अलग ही रूप नजर आया बच्चों के साथ कमलनाथ खुद बच्चे बने नजर आए एक तरफ उन्होंने बच्चों के साथ जमकर क्रिकेट खेला तो वही एक छोटे बच्चे के साथ फुटबॉल खेलने का भी मजा उठाया बच्चों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज आप लोगों के साथ खेलते हुए मुझे अपने बचपन की याद फिर से तरोताजा हो गई है . इस मुलाकात के दौरान बच्चों से उन्होंने परिचय प्राप्त किया इसके अलावा कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया .

कार्यक्रम के दौरान प्रदेश भर के कई जिलों से आए हुए इन बच्चों ने राजनीति से लेकर प्रदेश की व्यवस्था तक को लेकर अपने सीएम से सवाल पूछे मुख्यमंत्री ने भी बच्चों उसके पूछे गए हर सवाल का पूरी बेबाकी से जवाब दिया यहां तक कि उन्होंने अपने निजी जीवन से जुड़ी हुई बातों को भी बच्चों के साथ साझा किया .

सीएम कमलनाथ ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भावी पीढ़ी को भविष्य की चुनौतियों को समझकर अपने देश-प्रदेश के नवनिर्माण को एक ऐसा आकार देना होगा, जिससे आने वाले समय में लोग सम्मान के साथ बेहतर जीवन जी सके . उन्होंने कहा कि पर्यावरण, बढ़ता हुआ शहरीकरण और शिक्षा हमारे सामने एक ऐसी चुनौती है जिसका अगर हमने समय पर समाधान नहीं किया तो हम अपने लोगों के साथ अन्याय करेंगे .







Body:राजनीति में योग्यता के बारे में इंदौर के एक छात्र द्वारा पूछे गए एक सवाल में मुख्यमंत्री ने बताया कि राजनीति में मेरी आदर्श स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी रही हैं. मैं उनके पुत्र संजय गांधी जी के साथ पढ़ा। उसी स्कूल में राजीव गांधी मुझसे तीन साल सीनियर रहे .मेरी राजनीति की शुरुआत युवक कांग्रेस से हुई. मैंने यही सीखा कि वही राजनेता योग्य होता है जो सत्ता में आने के बाद उससे मिली शक्ति का उपयोग देश-प्रदेश के हित और जनता की खुशहाली और उसके लिए कल्याणकारी योजनाएँ बनाने में करे .



भोपाल की छात्रा पलक जैन के सवाल कि बचपन में आपको किस बात के लिए डाँट पड़ती थी, मुख्यमंत्री ने बताया कि बोर्डिंग स्कूल में छुट्टियों में भी होमवर्क मिलता था. जब हम छुट्टियों में घर आते थे तो पहले घर का मजा लेने में, फिर आराम करने में ही छुट्टियां बीत जाती थी. छुट्टी के जब आखिरी दो-तीन दिन बचते थे तब हमें होमवर्क का ध्यान आता था तो फिर हम देर रात जगकर लगातार होमवर्क करते थे. इसके लिए हमें अपने माता-पिता की डाँट खाना पड़ती थी.



होशंगाबाद से आए छात्र सिद्धार्थ के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि स्कूल एवं उच्च शिक्षा में गुणवत्ता की बेहद कमी है. हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के साथ शिक्षकों के पढ़ाने की क्षमता में भी गुणवत्ता लाए .



मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों की रोकथाम के संदर्भ में भोपाल की छात्रा राशि त्यागी के प्रश्न पर कहा कि कानून का सख्ती से पालन करने के साथ ही इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा कि महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में भी परिवर्तन आए . इसके लिए एक सामाजिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है.



मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर गुणवत्ता की शिक्षा व्यवस्था पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. शिक्षा की गुणवत्ता के साथ ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में माता-पिता द्वारा बच्चों को स्कूल न भेजना या बीच में ही पढ़ाई छोड़ देने की बड़ी चुनौती हमारे सामने है .


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एक राजनीतिज्ञ कैसा हो ? प्रश्न के उत्तर में कहा कि हमारे देश में राजनीतिक व्यक्ति और दलों को लेकर आम जनता में बेहतर छवि का अभाव है. सीएम ने बताया कि जब मैंने राजनीति में आने का फैसला लिया तब मुझे माता-पिता और परिवारवालों ने ऐसा न करने को कहा और कहा कि कहाँ जाकर फँस रहे हो. मेरा बेटा स्कूल में पढ़ता था तो मैंने एक बार उससे कहा कि मैं तुम्हें स्कूल लेने आऊँगा, उसने साफ मना किया कि आप मत आना नहीं तो मेरे दोस्त आपको कुर्ता-पायजामा पहने हुए देख लेंगे. आज इस छवि को सुधारने की और उदाहरण बनकर राजनीतिक क्षेत्र में काम करने की आवश्यकता है .



मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दिल्ली सहित मध्यप्रदेश में भी बढ़ते हुए प्रदूषण से उत्पन्न खतरे के संबंध में एक बच्चे प्रश्न के उत्तर में कहा कि दिल्ली न केवल भारत बल्कि विश्व में सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता है. इसका मुख्य कारण है खेतों में नरवाई का जलना, जो दिल्ली से लगे पंजाब, हरियाणा के खेतों में जलाई जाती है ,इसके साथ ही औद्योगिक प्रदूषण का भी इसमें बड़ा योगदान है. मुख्यमंत्री ने बच्चों को बताया कि प्रदूषण मुख्यत: उद्योग एवं बढ़ते हुए वाहनों के कारण बढ़ता है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रदूषण तो नियंत्रण में है लेकिन वाहनों की संख्या में जिस तरह भारी वृद्धि हो रही है इससे हमारे यहाँ पर्यावरण को काफी क्षति पहुँच रही है .

Conclusion: सीएम ने बताया कि इसके समाधान के लिए हमने ई-वाहन योजना को शुरू करने का निर्णय लिया है. प्रयोग के तौर में इंदौर में महिलाओं के द्वारा ई-वाहन चलाने की शुरूआत की गई है. हम सीएनजी वाहनों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं और इसके लिए सब्सिडी भी देंगे .



मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश के खिलाड़ियों द्वारा विश्व स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि हम प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुविधाएँ देने के लिए प्राथमिकता पर काम कर रहे हैं. प्रयास यह है कि शिक्षा के अलावा बच्चे अन्य गतिविधियों विशेषकर खेल के क्षेत्र में आगे बढ़े . उन्होंने कहा कि सफलता के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है मानसिक अनुशासन . मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में छिन्दवाड़ा की भावना डेहरिया एवं सीहोर की मेघा परमार ने माउंट एवरेस्ट पर फतह किया है . उन्होंने बताया कि भावना डेहरिया मेरे संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा की बेटी है जब वह माउंट एवरेस्ट जा रही थी तब उसने मुझसे मदद का आग्रह किया था . मैंने उसकी मदद की जिसका परिणाम यह हुआ कि उसने हमारे प्रदेश को गौरवान्वित किया. प्रतिभावान खिलाड़ियों को ऐसा वातावरण और संसाधन उपलब्ध कराएंजिससे वह उत्कृष्ट कर सकें, इस दिशा में सरकार प्रयास कर रही है .



बाल दिवस पर मुख्यमंत्री भी बच्चों के साथ उन्हीं के रंग में रंगे हुए नजर आ रहे थे . मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने निवास के लॉन में बच्चों के साथ क्रिकेट भी खेला . मुख्यमंत्री ने बैटिंग की और बच्चों की बॉलिंग पर कई शॉट भी लगाए . सीएम ने इस दौरान ने आठ वर्षीय बालक के साथ फुटबॉल भी खेली .

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