भोपाल। कोरोना के हालात से निपटने के लिए मध्य प्रदेश में एस्मा (ESMA) (Essential Services Management Act) लागू कर दिया गया है. शिवराज सरकार ने इसका आदेश जारी कर दिया है. यह आदेश एक बार फिर बढ़ रहे कोरोना के मरीज को देखते लागू किया गया है. आदेश लागू होने के बाद अब कोई भी व्यक्ति ज़रूरी चीजों की सप्लाई और सेवाएं देने से मना नहीं कर सकेगा. वहीं मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना की रफ्तार के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने समीक्षा बैठेक कर बड़े निर्णय लिए है. अब लागतार बढ़ते मरीजों के बीच कम होती बेड की संख्या बढाने के निर्देश जारी किए हैं. कोरोना नियंत्रण की दिशा में आज मुख्यमंत्री ने शासकीय और निजी अस्पताल में बेड बढ़ाने के निर्देश के पश्चात प्रदेश में 15482 बेड बढ़ाये जाएंगे.
मध्य प्रदेश में कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सरकार ने मध्य प्रदेश में ज़रूरी सेवाओं के लिए एस्मा लागू कर दिया है. एस्मा लागू होने के बाद अब आवश्यक सेवाओं और वस्तुओं की सप्लाई से कोई इंकार नहीं कर सकता. अत्यावश्यक सेवाओं पर एस्मा लागू रहेगा.
पिछले साल भी कोरोना के बढ़ते मरीजो पर किया था लागू
कोरोना के बेहतर प्रबंधन के लिए आज से सरकार ने एक बार फिर मध्यप्रदेश में एस्मा लागू कर दिया है. पिछली बार 8 अप्रैल को लागू किया था एसेंशियल सर्विसेज़ मैनेजमेंट एक्ट (Essential Services Management Act) जिसे ESMA या हिंदी में ‘अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून’ कहा जाता है, तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है.
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इन सेवा के लिये नहीं कर पायेगा कोई मना
- सभी स्वास्थ्य सेवाएं
- डॉक्टर नर्स और स्वास्थ्य कर्मी
- स्वास्थ्य संस्थानों में सफाई कर्मचारी
- मेडिकल उपकरणों की बिक्री और परिवहन
- दवाइयों की बिक्री और परिवहन
- एंबुलेंस सेवाएं
- पानी बिजली की आपूर्ति
- सुरक्षा संबंधी सेवाएं
- खाद्य एवं पेयजल की व्यवस्था
- बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन
प्रदेशभर में 15 हजार से अधिक बेड बढ़ाये जाएंगे
मध्यप्रदेश में समान्य से करीब 15 हजार बिस्तर बढ़ाने के निर्देश जारी किया है. फिलहाल वर्तमान प्रदेश में आइसोलेशन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या 20 हजार 139 है. जिसे बढ़ाकर अब 35 हजार 621आइसोलेशन , ऑक्सीजन और आईसीयू किया जा रहा है. जिनका उपयोग कोरोना के बढ़ते मरीजों के लिए किया जा सके. मुख्यमंत्री ने सुबह ही इस कम होती विस्तारों की संख्या पर चिंता जाहिर की थी, जिसके बाद शाम को मीटिंग मे मंथन कर 15 हजार 482 बेड बढ़ाये जाने के निर्देश जारी कर दिये.
फिलहाल सबसे अधिक कोरोना इंदौर ,भोपाल,जबलपुर में बढ़ रहा है. साथ ही आसपास जिले से गंभीर मरीज इन मेट्रो सिटी में ही पहुंचते हैं. ऐसे में सरकार भोपाल मे 3985 बेड से बढ़कर 6000 बेड करने और इंदौर में 4886 से बढ़कर 10000 बेड किए जायेंगे. जिससे बढ़ते मरीजों को यहां एडमिट किया जाए. इस दौरान शास्कीय के साथ निजी अस्पताल में भी विस्तर बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं.
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अब सरकार वैक्शीनेशन का टारगेट बढ़ाने पर देगी जोर
अब कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच वैक्सीनेशन पर ध्यान देने वाली है, जिलों को नए टारगेट दिए जा रहे हैं. प्रदेश में नए टारगेट के अनुसार 4 लाख वैक्सीनेशन प्रतिदिन किए जाने के निर्देश जारी किया है. ये टारगेट 1 अप्रैल से ही पूरा करने के निर्देश दिए है. जिले के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करने के आदेश दिए गए हैं.प्रतिदिन वैक्सिनेशन के नए टारगेट इन प्रमुख जिले में
- भोपाल 40,000 वैक्सिनेशन हर दिन
- इंदौर 50000 वैक्सिनेशन हर दिन
- जबलपुर 25000 वैक्सिनेशन हर दिन
- ग्वालियर 25000 वैक्सिनेशन हर दिन
- उज्जैन 20000 वैक्सिनेशन हर दिन