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तो MP में बनी रहेगी खाद की किल्लत, CM ने की NPK और फास्फेट उपयोग करने की अपील

खाद के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वह एनपीके और फास्फेट का उपयोग करें. चुनावी सभाओं से फ्री होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री से मध्य प्रदेश को खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की.

cm shivraj singh chouhan
सीएम शिवराज सिंह चौहान
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Published : Oct 28, 2021, 10:08 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में डीएपी खाद (Fertilizer Crisis in MP) की लगातार किल्लत जारी है. चुनावी सभाओं से फ्री होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री से मध्य प्रदेश को खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. खाद के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वह एनपीके (NPK and Phosphate) और फास्फेट का उपयोग करें. इससे साफ संकेत हैं कि फिलहाल अभी डीएपी की किल्लत बनी रहेगी.

खाद के संकट से जूझ रहा प्रदेश
जिस तरह से प्रदेश में किसान खाद के संकट से जूझ रहे हैं, उसे लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद की कमी की मानसिकता छोड़ें. चिंता न करें, समय-समय पर आवश्यक मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी. बता दें कि प्रदेश को 32 अतिरिक्त रैक 30 अक्टूबर तक पहुंच जाएंगे. यह यूरिया किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. इस संबंध में नवम्बर में खाद की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से चर्चा की है.

खाद की किल्लत: 2-3 दिन से कतारों में लगे पुरुष थके, अब महिलाओं ने संभाला मोर्चा

पिछले साल अक्टूबर के अंत तक किसानों ने तीन लाख 48 हजार मीट्रिक टन यूरिया उठाया था. इस साल 03 लाख 18 हजार मीट्रिक टन उठा लिया गया है. बाकी शेष बची मात्रा भी इस माह के अंत तक 31 अक्टूबर तक उपलब्ध करा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर प्रदेश में खाद की समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि अजीत केसरी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

भोपाल। मध्यप्रदेश में डीएपी खाद (Fertilizer Crisis in MP) की लगातार किल्लत जारी है. चुनावी सभाओं से फ्री होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री से मध्य प्रदेश को खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. खाद के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वह एनपीके (NPK and Phosphate) और फास्फेट का उपयोग करें. इससे साफ संकेत हैं कि फिलहाल अभी डीएपी की किल्लत बनी रहेगी.

खाद के संकट से जूझ रहा प्रदेश
जिस तरह से प्रदेश में किसान खाद के संकट से जूझ रहे हैं, उसे लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद की कमी की मानसिकता छोड़ें. चिंता न करें, समय-समय पर आवश्यक मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी. बता दें कि प्रदेश को 32 अतिरिक्त रैक 30 अक्टूबर तक पहुंच जाएंगे. यह यूरिया किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. इस संबंध में नवम्बर में खाद की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से चर्चा की है.

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पिछले साल अक्टूबर के अंत तक किसानों ने तीन लाख 48 हजार मीट्रिक टन यूरिया उठाया था. इस साल 03 लाख 18 हजार मीट्रिक टन उठा लिया गया है. बाकी शेष बची मात्रा भी इस माह के अंत तक 31 अक्टूबर तक उपलब्ध करा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर प्रदेश में खाद की समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि अजीत केसरी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

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