भोपाल। मनोचिकित्सक रूमा भट्टाचार्य बताती है कि बच्चियों और बुजुर्गों के साथ रेप करने वाले दरअसल मानसिक विकृति से भी जूझ रहे होते हैं. डिप्रेशन और तनाव के कारण वह शुरू से ही इस प्रवृत्ति में चले जाते हैं. अपने से बड़ी उम्र और बुजुर्ग महिला के साथ रेप करने वाले जिरोंटोफिलिया बीमारी से ग्रसित होते हैं. पीडोफीलिया वह बीमारी होती है जिसमें रेप करने वाले का टारगेट छोटी बच्चियां होती हैं.
गुना में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, घर में घुसकर आरोपी ने दिया वारदात को अंजाम
इन बीमारी से ग्रसित लोगों की मानसिकता बहुत गंदी : पीडोफीलिया से ग्रसित रोगी छोटी बच्चियों को अपना शिकार बनाते हैं. जिसका कारण बच्चियों की नासमझी भी होती है और वह किसी को बता भी नहीं पाती. इस बीमारी में मानसिक रूप से बीमार रेपिस्ट शुरू से ही बच्चियों की प्रति आकर्षित रहता है. मनोचिकित्सक बताती हैं कि जिरोंटोफिलिया बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति शुरू से ही बुजुर्गों के प्रति आकर्षित रहते हैं. ये इसी ताक में रहते हैं कि उन्हें एकांत में मिले और कब वह उनके साथ ऐसी घटनाओं को अंजाम दें. यह सिर्फ अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए बुजुर्ग महिलाओं को शिकार बनाते हैं. इस बीमारी से पीड़ित जो रेपिस्ट होते हैं, वह अपने बराबरी वालों से नजर तक नहीं मिला पाते.