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अघोषित बिजली कटौती से मुख्यमंत्री कमलनाथ नाराज, मंगलवार को बुलाई अधिकारियों की बैठक - undeclared power cuts

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी प्रदेश के कई हिस्सों से बिजली कटौती के मामले सामने क्यों आ रहे हैं. इस तरह के मामले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

बिजली की शिकायतों से सीएम कमलनाथ नाराज
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Published : Jun 3, 2019, 3:09 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री कमनाथ ने बिजली चोरी और अघोषित कटौती के मामले में सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी की स्थिति में सुधार किया जाए, नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसे लेकर सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को बैठक भी बुलाई है. बैठक में सीएम कमलनाथ बिजली को लेकर कई निर्देश जारी कर सकते हैं.

बिजली की शिकायतों से सीएम कमलनाथ नाराज

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी प्रदेश के कई हिस्सों से बिजली कटौती के मामले सामने क्यों आ रहे हैं. इस तरह के मामले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बाद कृषि कार्य के लिए कम से कम 10 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि चुनाव के पहले भी इस संबंध में कई निर्देश दिए गए थे और कुछ लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की गई थी.

इधर मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मेंटेनेंस का काम सूचना देने के बाद ही किया जाये. गर्मी के मौसम में जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसे लेकर विशेष सावधानी बरती जाए और पर्याप्त इंतजाम किए जाएं. उन्होंने बताया कि जिम्मेदार अधिकारी विद्युत वितरण की समीक्षा करें और जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समय सीमा में उनका निराकरण करें और उसकी रिपोर्ट तैयार करें.

भोपाल। मुख्यमंत्री कमनाथ ने बिजली चोरी और अघोषित कटौती के मामले में सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी की स्थिति में सुधार किया जाए, नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसे लेकर सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को बैठक भी बुलाई है. बैठक में सीएम कमलनाथ बिजली को लेकर कई निर्देश जारी कर सकते हैं.

बिजली की शिकायतों से सीएम कमलनाथ नाराज

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी प्रदेश के कई हिस्सों से बिजली कटौती के मामले सामने क्यों आ रहे हैं. इस तरह के मामले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बाद कृषि कार्य के लिए कम से कम 10 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि चुनाव के पहले भी इस संबंध में कई निर्देश दिए गए थे और कुछ लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की गई थी.

इधर मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मेंटेनेंस का काम सूचना देने के बाद ही किया जाये. गर्मी के मौसम में जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसे लेकर विशेष सावधानी बरती जाए और पर्याप्त इंतजाम किए जाएं. उन्होंने बताया कि जिम्मेदार अधिकारी विद्युत वितरण की समीक्षा करें और जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समय सीमा में उनका निराकरण करें और उसकी रिपोर्ट तैयार करें.

Intro:भोपाल।प्रदेश के कई हिस्सों में सरकार की चेतावनी के बाद बिजली जाने व अघोषित कटौती की जानकारी सामने आने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गंभीरता से लेते हुए कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि सरप्लस बिजली होने के बाद प्रदेश के कई हिस्सों से बिजली कटौती के मामले सामने क्यों आ रहे हैं। इस तरह के मामले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जिम्मेदार अधिकारी स्थिति में सुधार लाएं अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इसको लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार आवश्यक बैठक बुलाई। रविवार को भी प्रदेश में कई स्थानों पर तेज हवा आंधी बारिश के बाद घंटों बिजली गुल व अघोषित कटौती के मामले सामने आए थे। जिस पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार के फाल्ट या तकनीकी खामी के चलते यदि बिजली वितरण में व्यवधान होता है, तो यह समझा जा सकता है।लेकिन बगैर कारण यदि बिजली कटौती की जाती है,तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


Body:आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बाद कृषि कार्य के लिए कम से कम 10 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो,इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मैंने चुनाव के पहले भी इस संबंध में कई निर्देश दिए थे। कुछ लापरवाह दोषी अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन चुनाव के बाद फिर से प्रदेश के कई हिस्सों में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं। जिस अधिकारी कर्मचारी की लापरवाही सामने आएगी,उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बिजली कर्मियों को संवेदनशीलता बरतने की आवश्यकता है। बिजली अधिकारियों की बिजली गुल होने पर फोन नहीं उठाने के लिए मामले सामने आ रहे हैं, उसमें भी सुधार लाने की मुख्यमंत्री ने सख्त हिदायत दी है।तकनीकी खामी,फाल्ट ट्रिपिंग जैसे मामले सामने आने पर उसका जल्द से जल्द निराकरण किया जाए,उसको लेकर विशेष सावधानी बरती जाए।


Conclusion:मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मेंटेनेंस का काम सूचना प्रकाशित करवा कर किया जाए।गर्मी के इस दौर में जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इस को लेकर विशेष पर सावधानी बरती जाए व पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। जिम्मेदार अधिकारी विद्युत वितरण की समीक्षा करें,जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समय सीमा में उनका निराकरण करें और उसकी रिपोर्ट तैयार करें।जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय में जनता के बीच जाएं,उनकी समस्या और उनका निराकरण करें और मौके पर ही बिजली समस्याओं का निराकरण किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब समस्या पहले की सरकार में भी थी, लेकिन वैसे राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहते हैं। फिर जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देना चाहते हैं। वे स्वयं विद्युत वितरण और शिकायतों की मांग करेंगे और समय-समय पर जिम्मेदार अधिकारियों से रिपोर्ट भी लेंगे।
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