भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भारी बारिश के कारण ग्रामीण, नगरीय और लोक निर्माण विभाग की खराब हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति जानने के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा हर सप्ताह की जाए. साथ ही नवम्बर माह के अंत तक सड़कों के मरम्मत का काम पूरा करने के निर्देश भी दिए.
CM कमलनाथ ने सड़कों की मरम्मत को जल्द पूरा करने के दिए निर्देश, गुणवत्ता का ख्याल रखने की भी हिदायत
राजधानी में सड़कों की हालात जानने और सुधार कार्यों की प्रगति के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारी बारिश से खराब हुई सड़कों की समीक्षा की और सड़कों के मरम्मत का कामय जल्द से जल्द गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश भी दिए.
समीक्षा बैठक का आयोजन
भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भारी बारिश के कारण ग्रामीण, नगरीय और लोक निर्माण विभाग की खराब हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति जानने के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा हर सप्ताह की जाए. साथ ही नवम्बर माह के अंत तक सड़कों के मरम्मत का काम पूरा करने के निर्देश भी दिए.
Intro:प्रदेश की सड़कों को नवंबर माह तक पूरा किए जाने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश हर सप्ताह की जाएगी सड़कों की समीक्षा
भोपाल । मध्य प्रदेश में हुई बारिश के बाद सड़कों की हालत बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी है हालांकि बारिश रुक जाने के बाद पेज वर्क का काम शुरू हो गया है . त्यौहार के समय सरकार का उद्देश्य है कि वह जल्द से जल्द प्रदेश की सड़कों को रिनोवेट कर दें इसी उद्देश्य को लेकर लगातार बैठकें आयोजित की जा रही है . मंत्रालय में मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भारी वर्षा के कारण ग्रामीण, नगरीय एवं लोक निर्माण विभाग की खराब हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. प्रदेश में भारी वर्षा के कारण 91,927 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की जाना है .बैठक में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे .Body:समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा प्रति सप्ताह की जाए. नवम्बर माह के अंत तक सड़कों के मरम्मत का कार्य पूरा करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए .
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता हो. उन्होंने इसके लिए वित्तीय संसाधन को जुटाने और इसके कारण कार्य में कोई बाधा न आए इसके निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए. सुधार कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो. सीएम ने स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता के मामले कोई भी कोताही न होना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने सड़कों के रख-रखाव और निर्माण कार्यों में अन्य राज्यों में अपनाई गई प्रक्रिया का अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं . उन्होंने कहा कि इस बात की तुलना होना चाहिए कि सड़क निर्माण के बाद प्रदेश और अन्य राज्यों की सड़कों की आयु सीमा कितनी है. सीएम ने कहा कि सड़कों का निर्माण इस तरह किया जाए कि भारी वर्षा के कारण सड़कें खराब न हो.
मुख्यमंत्री ने सड़कों के निर्माण कार्य में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में केन्द्र सरकार से राशि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए.Conclusion:बैठक में बताया गया कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग की 5,954 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है. जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग की 199 किमी, राजमार्ग 786 किमी, जिला स्तर की 1,787 किमी तथा अन्य 3,282 किमी सड़कों को भारी वर्षा के कारण नुकसान पहुँचा है. वर्षा के कारण 1,015 पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं. नगरीय क्षेत्रों की 3,800 किमी की सड़कों को क्षति पहुँची है.ग्रामीण क्षेत्रों की 82,173 किमी सड़कों का रख-रखाव किया जाना है. इन सभी सड़कों का सुधार कार्य नवम्बर माह तक पूरा कर दिया जाएगा.
बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास गौरी सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण मलय श्रीवास्तव एवं प्रमुख सचिव नगरीय विकास संजय दुबे उपस्थित थे.
भोपाल । मध्य प्रदेश में हुई बारिश के बाद सड़कों की हालत बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी है हालांकि बारिश रुक जाने के बाद पेज वर्क का काम शुरू हो गया है . त्यौहार के समय सरकार का उद्देश्य है कि वह जल्द से जल्द प्रदेश की सड़कों को रिनोवेट कर दें इसी उद्देश्य को लेकर लगातार बैठकें आयोजित की जा रही है . मंत्रालय में मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में भारी वर्षा के कारण ग्रामीण, नगरीय एवं लोक निर्माण विभाग की खराब हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. प्रदेश में भारी वर्षा के कारण 91,927 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की जाना है .बैठक में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे .Body:समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा प्रति सप्ताह की जाए. नवम्बर माह के अंत तक सड़कों के मरम्मत का कार्य पूरा करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए .
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता हो. उन्होंने इसके लिए वित्तीय संसाधन को जुटाने और इसके कारण कार्य में कोई बाधा न आए इसके निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए. सुधार कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो. सीएम ने स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता के मामले कोई भी कोताही न होना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने सड़कों के रख-रखाव और निर्माण कार्यों में अन्य राज्यों में अपनाई गई प्रक्रिया का अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं . उन्होंने कहा कि इस बात की तुलना होना चाहिए कि सड़क निर्माण के बाद प्रदेश और अन्य राज्यों की सड़कों की आयु सीमा कितनी है. सीएम ने कहा कि सड़कों का निर्माण इस तरह किया जाए कि भारी वर्षा के कारण सड़कें खराब न हो.
मुख्यमंत्री ने सड़कों के निर्माण कार्य में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में केन्द्र सरकार से राशि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए.Conclusion:बैठक में बताया गया कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग की 5,954 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है. जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग की 199 किमी, राजमार्ग 786 किमी, जिला स्तर की 1,787 किमी तथा अन्य 3,282 किमी सड़कों को भारी वर्षा के कारण नुकसान पहुँचा है. वर्षा के कारण 1,015 पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं. नगरीय क्षेत्रों की 3,800 किमी की सड़कों को क्षति पहुँची है.ग्रामीण क्षेत्रों की 82,173 किमी सड़कों का रख-रखाव किया जाना है. इन सभी सड़कों का सुधार कार्य नवम्बर माह तक पूरा कर दिया जाएगा.
बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास गौरी सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण मलय श्रीवास्तव एवं प्रमुख सचिव नगरीय विकास संजय दुबे उपस्थित थे.
Last Updated : Oct 25, 2019, 8:55 AM IST