भोपाल| मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से ही तबादलों का दौर जारी है. वहीं कई दिनों से निर्वाचन आयोग को मिल रही शिकायतों के बाद एक बार फिर आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. प्रदेश के शहडोल और छिंदवाड़ा कलेक्टर को लेकर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई थी. इसके बाद शहडोल जिले से ललित कुमार दाहिमा और छिंदवाड़ा से श्रीनिवास शर्मा का आखिरकार तबादला कर दिया गया है. इन दोनों ही अधिकारियों को मंत्रालय में पदस्थ किया गया है.
श्रीनिवास शर्मा 2003 कलेक्टर जिला छिंदवाड़ा नवीन पदस्थापना अपर सचिव मध्यप्रदेश शासन मंत्रालय की गई है. वहीं भरत यादव 2008 प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम भोपाल को नवीन पदस्थापना देते हुए कलेक्टर जिला छिंदवाड़ा बनाया गया है. शेखर वर्मा 2004 संचालक भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास भोपाल को नई पदस्थापना देते हुए कलेक्टर जिला शहडोल बनाया गया है. वहीं ललित कुमार दाहिमा 2008 कलेक्टर जिला शहडोल नवीन पदस्थापना देते हुए उप सचिव मध्यप्रदेश शासन मंत्रालय बनाया गया है.
शहडोल और छिंदवाड़ा लोकसभा में मतदान होने के पहले आचार संहिता से जुड़े कई मामले सामने आए हैं. शहडोल में कमलनाथ सरकार के मंत्री ओमकार सिंह मकराम ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर ललित कुमार दाहिमा से मुलाकात की थी. हालांकि उन्होंने किसी भी बैठक में हिस्सा लेने से इनकार करते हुए चुनाव आयोग को भेजे अपने जवाब में कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रस्तावित आमसभा की अनुमति को लेकर कलेक्ट्रेट गए थे.
मामले में पहले बीजेपी ने और फिर आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने चुनाव आयोग से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की थी. आयोग द्वारा इस मामले में अनूपपुर कलेक्टर और शहडोल कमिश्नर से जांच कराई गई थी, लेकिन अनूपपुर कलेक्टर ने शहडोल कलेक्टर को आचार संहिता के उल्लंघन का मामला नहीं पाया था. लेकिन कमिश्नर की रिपोर्ट स्पष्ट थी इस कारण दोबारा प्रतिवेदन लिया गया, इस आधार पर आयोग ने नए कलेक्टर के लिए पैनल भेजने के निर्देश दिए थे.
बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हेलीकॉप्टर की उड़ान से जुड़ी अनुमति न देना भारी पड़ गया है. क्योंकि शिवराज सिंह ने छिंदवाड़ा में रोड शो करने के लिए हेलीकॉप्टर की उड़ान की अनुमति मांगी थी, लेकिन अनुमति प्राप्त नहीं हुई थी. इसके लिए राज्य शासन ने 2010 के प्रावधान का हवाला भी दिया था.
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत भी की थी. इस पर अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव से जांच कराई गई थी. श्रीवास्तव ने कलेक्टर की कार्रवाई को विधि अनुरूप बताया था इस आधार पर कलेक्टर को तो क्लीन चिट दे दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा के सौसर में चुनाव कार्यालय में हेलीकॉप्टर की उड़ान 6:00 बजे के बाद देने की शिकायत पर जय माहोरे के खिलाफ एफआइआर कराई गई थी. मामले की गंभीरता को समझते हुए आयोग ने उनकी जगह नई पदस्थापना करने का निर्णय किया.