भोपाल। मध्य प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ आज दिल्ली दौरे पर हैं. दिल्ली दौरे के दौरान वो आलाकमान से मुलाकात करेंगे. इस दौरान मध्य प्रदेश में पिछले 15 से 20 दिन में जो घटनाक्रम हुआ है, उसको लेकर रिपोर्ट दे सकते हैं. क्योंकि पिछले 15 से 20 दिन में प्रदेश की सत्ता 360 डिग्री में यू-टर्न लेते हुए फिर से बीजेपी के पास वापस पहुंच गई है.
इसके साथ-साथ ये भी बताया जा रहा है कि आने वाले जो उपचुनाव होना हैं, जिस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं, उसी के आधार पर ये तय होगा कि मध्य प्रदेश की सत्ता किसके हाथ में जाएगी. उसको लेकर भी रणनीति बनाई जा सकती है. आने वाले समय में मध्य प्रदेश में 25 सीटों पर उपचुनाव होना है और बहुमत के लिए बीजेपी को इसमें से तकरीबन 10 सीटें जीतना जरूरी हो गया है.
कांग्रेस एक रणनीति पर और काम करने की सोच रही है. जिसके मुताबिक वो कांग्रेस के बागियों के सामने, बीजेपी के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर चुनाव लड़ने की रणनीति पर भी विचार कर सकती है. लेकिन अभी इस पर कोई भी कुछ भी साफ नहीं हो पाया है. आने वाले समय में ही पता चल पाएगा कि कांग्रेस की रणनीति क्या होगी, लेकिन ये तय है कि कांग्रेस पूरे दमखम से आने वाले उपचुनाव लड़ेगी. क्योंकि जिस तरीके अचानक उसके हाथ से सत्ता गई है, उसका दर्द नेताओं के बयानों में शुक्रवार को इस्तीफा देने के बाद साफ तौर पर देखा गया था.