भोपाल। CAG Seminar: राजधानी भोपाल में लेखा परीक्षा जागरूकता सप्ताह (Audit Awareness Week) मनाया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां कैग की तारीफ की तो वहीं विपक्ष का नाम लिए बिना कहा कि कई सरकारों के बड़े घोटाले सामने आएं क्योंकि ऑडिट का काम सही ढंग से हुआ. बता दें कि कैग (CAG) सरकार का रिपोर्ट कार्ड तैयार करती है, वहीं पूर्व मंत्री विधानसभा लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पीसी शर्मा ने कहा की विभागों के जवाब बहुत लेट आते हैं और इसके लिए अधिकारियों की सीआर को मेंटेन करने का अधिकार लोक लेखा समिति को दिया जाना चाहिए.
जहां विधि मंत्री ने कैग की प्रणाली में सुधार करने की बात कही तो वहीं मुख्यमंत्री (CM Shivraj) ने कहा कि ऑडिट में विपक्ष हमेशा सरकार के दोष निकालता है, तिल का ताड़ बनाता है. लेकिन यह सोच बदलने की जरूरत है. नेगेटिविटी बढ़ाने की कोशिश की गई है जिसको हमें खत्म करना होगा और इसमें विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका तीनों का समन्वय होना चाहिए और अपने दायित्वों का निर्वहन स्वतंत्र रूप से ठीक ढंग से करेंगे तो निश्चित तौर पर लोकतंत्र मजबूत होगा.
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कैग की प्रणाली पर विपक्ष ने उठाए सवाल
इधर पूर्व विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कैग की प्रणाली पर सवाल खड़े किए और साथ ही सरकार में बैठे अधिकारियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ऑडिट पर जब जवाब मांगा जाता है तो नहीं दिया जाता. 10-12 रिमाइंडर के बाद भी कोई जवाब नहीं आता, ऐसे में जो भ्रष्ट लोग हैं वह कार्रवाई से बच जाते हैं. पीसी शर्मा ने मुख्यमंत्री से भी बातचीत की और कहा कि विधानसभा लोक लेखा समिति को ताकतवर बनाया जाए. जवाब न देने के लिए मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों पर कार्रवाई के लिए लोक लेखा समिति को पीएस स्तर के अधिकारियों की सीआर (CR )लिखने का अधिकार होना चाहिये.