भोपाल। जिस किसान कर्ज माफी के नाम पर कांग्रेस सत्ता में आई थी, एक बार फिर उसी कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस फिर उचुनाव के सियासी मैदान में उतरना चाहती है. शायद यही वजह है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक पेन ड्राइव में डाटा शेयर करते हुए, सभी किसानों की सूची सार्वजनिक की है. जिसमें अलग-अलग जिलों के हिसाब से सूची जारी कर किसानों की कर्ज माफी का दावा किया है.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी का आरोप है कि यदि किसान का कर्ज माफ होता, तो प्रदेश में लोकसभा के चुनाव के परिणाम इस तरीके से नहीं होते और ना ही बनी बनाई सरकार गिरती. बीजेपी नेता प्रवीण नापित का आरोप है कि, कांग्रेस सिर्फ चुनावी मौसम के कारण इस तरीके के दावे कर रही है और अगर कमलनाथ सरकार के दावे सही होते तो लोकसभा में इस तरीके के नतीजे कांग्रेस के नहीं आते और ना ही बाद में किसानों की नाराजगी के कारण सरकार गिरती.
अब फिर से 27 स्थानों पर चुनाव होना है, ऐसे में एक बार फिर किसानों के वोट पाने के लिए कर्ज माफी का मुद्दा कांग्रेस उठा रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने आज मीडिया के सामने एक पेन ड्राइव का डाटा साझा करते हुए सूची सार्वजनिक की है. जिसमें करीब 26 लाख से अधिक किसानों के कर्ज माफी का दावा किया है.
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस के इस किसान कर्ज माफी के दावे पर बीजेपी का अगला कदम क्या होता है, क्योंकि इसके पहले कांग्रेस ने दावा किया था तब बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने ही दो लाख की कर्ज माफी वाले किसान का नाम बताने पर 2 लाख का इनाम घोषित किया था.