भोपाल। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लद्दाख में चल रही चीन और भारत के बीच तनातनी पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी विश्वास जताया है कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश पूरी तरह सुरक्षित है और इस देश के पराक्रम से सभी देश अच्छी तरह से वाकिफ हैं. इस देश के एक-एक नागरिक में राष्ट्रभक्ति और पराक्रम हमेशा से रहा है और कोई भी देश इस देश के पराक्रम से जीत नहीं सकता है. उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विदेशी महिला के गर्भ से उत्पन्न कभी कोई भी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता है, इस भूमि का पुत्र ही इस देश की रक्षा कर सकता है.
उन्होंने कहा कि कोई भी देश कितना भी छल कर ले, लेकिन बीजेपी की सरकार, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश पूर्ण रूप से सुरक्षित है और आगे भी ये देश पूरी तरह सुरक्षित रहेगा. ये उन्हें पूरा विश्वास है. उन्होंने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि कांग्रेस को तो अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए क्योंकि कांग्रेस में न तो बोलने की सभ्यता है, न ही उनकी पार्टी में किसी प्रकार के संस्कार हैं और न ही उनकी पार्टी में देशभक्ति है. कांग्रेस में देशभक्ति आखिर कहां से आएगी, जब आप दो-दो देशों की सदस्यता लेकर रहेंगे क्योंकि चाणक्य ने कहा था कि इस भूमि का पुत्र ही इस देश की रक्षा कर सकता है, विदेशी महिला के गर्भ से उत्पन्न कभी कोई भी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता है.
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा कि भारत राष्ट्र सनातनी भी है और पराक्रमी भी है. इसी पराक्रम को दिखाते हुए बीजेपी कार्यालय में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो इस देश के पराक्रम से लोगों को अवगत करा रही है. ये देश पराक्रमी है और यहां के लोग बलिदान देना जानते हैं. इस देश में रहने वाले लोग अपने से बढ़कर अपने देश को मानते हैं, इस देश में जितने भी बलिदान हुए हैं, उसमें कहीं न कहीं पराक्रम दिखता है और यही पराक्रम देश को समर्पित करता है.
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि इस देश के सैनिक पराक्रम करते हैं तो इस देश में रहने वाले लोग भी राष्ट्र के लिए समर्पित रहते हैं, हमारे लिए उनका मार्ग भी अनुकरणीय है और आज का जो भी राष्ट्रभक्त है, वो पराक्रम करने के लिए पूरी तरह समर्पित है. चीन भी भारत से ही बना है, इसके अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के साथ ही पृथ्वी पर कई ऐसे देश हैं, जो भारत से ही बने हैं. इसीलिए इस देश ने हमेशा देना सीखा है और जो देश हमें आंख दिखा रहे हैं, उनकी कोई हैसियत ही नहीं है.