भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के राम मंदिर निर्माण को लेकर किए गए ट्वीट पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय और कांग्रेस के किसी नेता के पास राम मंदिर निर्माण को लेकर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि राम मंदिर कौन बनाएगा ये बोलने का अधिकार कांग्रेस के पास नहीं है. दिग्विजय सिंह को बात करनी थी तो वे 6 दिसंबर 1992 से पहले करते. अब दिग्विजय सिंह किस मुंह से राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं.
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अगर आप के अंदर राम मंदिर बनवाने की हिम्मत और साहस था, तो राजीव गांधी की सरकार में बनवाते, मनमोहन सरकार में बनवाते, लेकिन राम मंदिर बनाने की तो छोड़ो, राम की जन्मभूमि को राम जन्मभूमि तक स्वीकार नहीं किया था, ऐसे में राम मंदिर के बारे में आप अपना क्या निर्णय दे सकते हैं.
उन्होंने कहा कि ये वे लोग हैं जो पहले भी राम मंदिर के विरोध में थे और अब नई बहस शुरू करना चाहते हैं कि अब अयोध्या में राम मंदिर कौन बनाए. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जी आपसे राम मंदिर के निर्माण में सलाह नहीं ली जा रही है. हिंदू राम मंदिर बनाएगा, राम मंदिर राम भक्त और साधु-संत बनवाएंगे, लेकिन कांग्रेस के मार्गदर्शक और सलाह की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मंदिर में बाधा डालने की कोशिश न करें दिग्विजय सिंह.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए राम मंदिर निर्माण का जिम्मा रामालय ट्रस्ट को देने की वकालत की थी. साथ ही राम मंदिर निर्माण में राजनीतिक संगठनों द्वारा संचालित संगठन के द्वारा निर्माण नहीं करने की बात कही थी.