भोपाल। बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के तेवर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर नारायण त्रिपाठी का कहना है कि अब याचना नहीं, बल्कि रण होगा. अब 2023-24 में विन्ध प्रदेश का गठन किया जाएगा, तो वहीं विंध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री के सवाल पर त्रिपाठी का कहना है मुख्यमंत्री कौन नहीं बनना चाहता.
- याचना नहीं, अब रण होगा
दरअसल बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी पिछले लंबे समय से विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर जन आंदोलन कर रहे हैं. इसको लेकर विंध्य क्षेत्र के कई शहरों में रोड शो, सभाओं के अलावा मध्य प्रदेश में अलग-अलग शहरों में रहने वाले विंध्य के लोगों से मुलाकात कर विंध्य प्रदेश बनाने के आंदोलन में सहयोग करने को लेकर अपील कर रहे हैं. इसको लेकर पार्टी ने भी नारायण त्रिपाठी को तलब किया था. उसके बावजूद भी त्रिपाठी के तेवर कम होते नजर नहीं आ रहे. नारायण त्रिपाठी का कहना है कि इतने सालों के बावजूद भी विन्ध का विकास नहीं हो पाया है, जबकि विंध्य क्षेत्र में खनिज संपदा अकूत हैं और इतना भंडारण होने के बावजूद भी विंध्य क्षेत्र स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार के अलावा पर्यटन में भी बहुत पीछे है. वही विंध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर त्रिपाठी का कहना था कि कौन व्यक्ति मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता, अब 2023 और 24 में विंध्य प्रदेश का गठन किया जाएगा.
विंध्य प्रदेश की जंग: '2024 में पलटेगा इतिहास'
- पहले भी कर चुके हैं जन आंदोलन
दरअसल नारायण त्रिपाठी ने इसके पहले भी मैहर को जिला बनाने को लेकर जन आंदोलन किया था. उसके बाद अब विंध्य क्षेत्र को विंध्य प्रदेश बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. नारायण त्रिपाठी का कहना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी छोटे-छोटे राज्यों की कल्पना की थी, ताकि उनका बेहतर तरीके से विकास हो सके. अब समय आ गया है कि सरकार को भी विंध्य प्रदेश का पुनर्निमाण कर देना चाहिए.