भोपाल। विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर लगातार अपनी सरकार को घेरने वाले मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी फिर बगावती तेवर में हैं. वजह है सरकार द्वारा विंध्य प्रदेश की मांग की लगातार की जा रही अनदेखी. नारायण त्रिपाठी की विंध्य की राजनीति हाशिए पर जा रही थी, लेकिन अब विंध्य से नाता रखने वाले अर्जुन सिंह को याद कर नारायण त्रिपाठी इस जरिए अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं. विंध्य प्रदेश की मांग पर सरकार द्वारा कोई पहल नहीं किए जाने के बाद अब त्रिपाठी ने पैंतरा बदल लिया है.
कांग्रेस से चुनाव लड़ने की अटकलें : अब सियासत में सवाल उठ रहे हैं कि अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह मूर्ति को लेकर कोई बातचीत नहीं कर रहे हैं और न ही सरकार से कोई इस संबंध में उन्होंने बातचीत की है. लेकिन ऐसा क्या है कि सिर्फ नारायण त्रिपाठी को अर्जुन सिंह याद आ रहे हैं. बता दें कि नारायण त्रिपाठी दलबदलू रहे हैं. पहले सपा से चुनाव लड़े. फिर कांग्रेस और बाद में बीजेपी का दामन थाम लिया. अब इस बार जिस तरह से त्रिपाठी बीजेपी के खिलाफ आक्रामक हैं, उससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह कांग्रेस से टिकट लेंगे. बता दें कि नारायण त्रिपाठी ने मैहर विधानसभा में अपनी खासी पकड़ बना रखी है. जिसके चलते उन्हें हराना आसान नहीं होगा. जहां तक मैहर विधानसभा का सवाल है तो यहां पर न तो बीजेपी के पास कोई बड़ा चेहरा है और न ही कांग्रेस के पास.
अर्जुन सिंह की मूर्ति पर विवाद पुराना : साल 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी तो टीटी नगर चौराहे पर लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह की मूर्ति बनवाई गई थी. लेकिन शासन के निर्देश के बाद भी बीजेपी नेताओं ने इस मूर्ति लोकार्पण को लेकर विरोध जताया और कहा गया कि उनकी मूर्ति को वहां पर लगाया जा रहा है, जहां पर ट्रैफिक सबसे ज्यादा रहता है. बीजेपी की आपत्ति के बाद मूर्ति को टीटी नगर नानके पेट्रोल पंप के पास के चौराहे पर कपड़ा ढंककर रख दिया गया. बाद में जब बीजेपी सरकार आई तो उनकी मूर्ति को व्यापमं चौराहे के पास शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन लोकार्पण नहीं किया गया.
फिर बिगड़े नारायण त्रिपाठी के तेवर, अपनी ही पार्टी को दे डाली चेतावनी
तीन बार बदली मूर्ति लगाने की जगह : नेताओं के विरोध के कारण अब तक इसका लोकार्पण नहीं किया गया. हालांकि तीन बार मूर्ति की जगह बदली जा चुकी है. वर्तमान में यह मूर्ति व्यापमं चौराहे के पास रखी है. यहां प्रतिमा को स्थापित किए हुए भी करीब एक वर्ष हो गया, लेकिन अभी तक प्रतिमा का लोकार्पण नहीं हो सका है. नारायण त्रिपाठी ने कहा कि अर्जुन सिंह किसी पार्टी से बंधे हुए नहीं हैं. वह एक राष्ट्रीय नेता रहे हैं. विंध्य की शान रहे हैं. यदि बीजेपी सरकार उनकी पुण्यतिथि 4 मार्च से पहले उनकी प्रतिमा का अनावरण नहीं करती है तो वहां के लोग 4 मार्च को अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण धूमधाम से करेंगे.
मुख्यमंत्री के रीवा दौरे पर, विरोध के स्वर भी : मुख्यमंत्री गुरुवार को रीवा के दौरे पर हैं और वह वहां करोड़ों के विकास कार्यों का शुभारंभ करने जा रहे हैं. यहां लोगों का कहना है कि रीवा के लोगों के लिए विमान सेवा बहुत आवश्यक थी, लेकिन आज भी इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता है. पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है. दवाई की व्यवस्था नहीं है. रोजगार की व्यवस्था नहीं है. बच्चों की खेलकूद के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. आज भी वहां के लोगों को पढ़ाई के लिए इंदौर जाना पड़ता है. इसको लेकर जगह-जगह लोग विरोध कर रहे हैं. रीवा में भाजपा के जिला महामंत्री द्वारा विकास यात्रा के दौरान विधायक के सामने ही इस्तीफा दे दिया और उसने आरोप लगाया है ब्राह्मणों का अपमान किया जा रहा है.