भोपाल। मध्यप्रदेश की तीन विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को जीतने के लिए बीजेपी-कांग्रेस मैदान में आ गई है. बीजेपी की तरफ से सीएम शिवराज सिंह कमान संभाल रहे हैं, जबकि कांग्रेस के सेनापति कमलनाथ अभी प्रदेश से बाहर बताए जा रहे हैं. करीब एक पखवाड़े के ब्रेक के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ भोपाल लौटने वाले हैं. इस दौरान वे उपचुनाव की तैयारियों की रिव्यू मीटिंग लेंगे. साथ ही सर्वे में सामने आए नामों को लेकर उम्मीदवारों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा.
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केंद्रीय चुनाव आयोग ने भले ही मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए तारीखों को एलान नहीं किया है, लेकिन दमोह उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है. उपचुनाव वाली सीटों पर बूथ, मंडल, सेक्टर और ब्लॉक कमेटियों को रणनीति तय करने की जिम्मेदारी दी गई है, हर बूथ पर दूसरे मोर्चों के पदाधिकारियों की तैनाती भी सुनिश्चित की जा रही है. महंगाई, पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती को भी कांग्रेस भुनाने की तैयारी में है.
सभी प्रभारियों की बैठक जल्द लेंगे कमलनाथ
कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि कांग्रेस उपचुनाव के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार है, सभी जगह कांग्रेस प्रभारी नियुक्त कर दिए गए हैं और सर्वे का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रभारी भी नियुक्त कर दिये गए हैं. पीसीसी चीफ कमलनाथ जल्द ही भोपाल में सभी प्रभारियों की बैठक लेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे. कांग्रेस पूरी तरह निश्चिंत है कि प्रदेश की जनता के आशीर्वाद के साथ उपचुनाव में सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी.
माइक्रो लेवल पर चल रहा काम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अनुसार मप्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों ने हर विधानसभा क्षेत्र में अपनी चार-चार मीटिंग्स कर ली है और माइक्रो लेवल पर काम चल रहा है. वर्मा ने बताया कि दमोह पैटर्न पर चुनाव लड़ा जाना है, जिससे सभी जगहों पर कांग्रेसी प्रत्याशी जीत हासिल कर सकें.
मप्र में इनके निधन से रिक्त हुई हैं सीटें
खंडवा लोकसभा सीट सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन की वजह से रिक्त है, जबकि छतरपुर जिले के पृथ्वीपुर विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर, सतना जिले के रैगांव विधायक जुगल किशोरी बागरी और अलीराजपुर जिले के जोबट विधायक कलावती भूरिया के निधन से रिक्त हुई है. इनमें खंडवा लोकसभा सीट भाजपा के पास थी, जबकि तीन विधानसभा सीट में पृथ्वीपुर और जोबट कांग्रेस के कब्जे में थी और रैगांव सीट भाजपा के पास थी.