भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों तबादलों का दौर जारी है और इन तबादलों ने कुत्तों को भी नहीं बक्शा है. कमलनाथ सरकार में लगातार हो रहे सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादलों के बीच अब पुलिस के खोजी कुत्तों के भी तबादले किए जा रहे हैं. कुत्तों के तबादलों पर सियासतदारों के बयानों ने प्रदेश की राजनीति में उथल पुथल ला दी है.
प्रदेश में इन दिनों तबादलों के दौर के बीच पुलिस विभाग के डॉग हैंडलर्स का उनके खोजी कुत्तों के साथ ट्रांसफर के निर्देश ने मध्यप्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गरमा दी है. तबादला आदेश से प्रदेश की सियासत में कुत्तों की भी एंट्री हो गई है.
शुक्रवार को 23वीं बटालियन में 46 डॉग हैंडलर का उनके खोजी कुत्तों के साथ ट्रांसफर आदेश जारी हुआ है. इन डॉग हैंडलर्स का उनके खोजी कुत्तों के साथ ही ट्रांसफर किया गया है. 46 खोजी कुत्तों का ट्रांसफर किया गया है जिसमें स्निफर, नार्को और ट्रेकर कुत्ते शामिल हैं.
कुत्तों के ताबदलों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमा बोला है. बीजेपी ने तबादलों पर कमलनाथ सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार तबादला उद्योग में लगी है. भोपाल की नरेला सीट से बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार का यह गजब कारनामा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार तबादलों के जरिए भ्रष्टाचार फैलाने का काम कर रही है.
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में एसपी और कलेक्टर पैसे देकर पोस्ट किये जाते थे लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस पर रोक लगाई हैं.