भोपाल। देर रात शांहजहानी पार्क में अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगने का मामला अब राजनीति रंग ले चुका है. जहां एक तरफ बीजेपी ने इस हादसे की निंदा की और इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, तो वहीं बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए मंत्री आरिफ अकील ने कहा है कि, अगर उनके पास कोई सबूत है तो पुलिस को दें और मामला दर्ज करवाएं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आग लगाई है उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.
प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का आरोप है कि, अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार और कांग्रेस के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. कांग्रेस ने ही अपने वचन पत्र में अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया था, वे लोग केवल उसी बात को लागू करने की बात कह रहे हैं.
उन्होंने कहा कि, अभी तक सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती थी लेकिन कल उन्हें जिंदा जलाने की कांग्रेस ने कोशिश की. यह सर्वदा अलोकतांत्रिक है. इससे ज्यादा शर्मनाक बात किसी सरकार के लिए नहीं हो सकती है. सारंग ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच किए जाने की मांग की है.
बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि, 'विश्वास सारंग के पास यदि किसी प्रकार के प्रमाण हैं, तो उन्हें तुरंत मामला दर्ज करवाना चाहिए. जिला प्रशासन को भी इस मामले में अरेस्ट करें और उनसे पूछें कि आखिर यह आग किसने लगाई है और जिनका भी नाम इसमें आएगा, उनकी व्यवस्था अपने आप हो जाएगी. सरकार पूरी तरह से अपराध पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है जिन्होंने अपराध किया होगा उन्हें बख्शा भी नहीं जाएगा'.