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अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग पर गरमाई सियासत, BJP ने हादसे के लिए कांग्रेस के बताया जिम्मेदार

शांहजहानी पार्क में अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगने के मामले को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी ने इस हादसे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है, तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि 'अगर बीजेपी के पास इस बात का सबूत है, तो पेश करें.

bjp and congress counter charges
अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग पर सियासत गरमाई
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Published : Jan 14, 2020, 8:33 AM IST

भोपाल। देर रात शांहजहानी पार्क में अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगने का मामला अब राजनीति रंग ले चुका है. जहां एक तरफ बीजेपी ने इस हादसे की निंदा की और इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, तो वहीं बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए मंत्री आरिफ अकील ने कहा है कि, अगर उनके पास कोई सबूत है तो पुलिस को दें और मामला दर्ज करवाएं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आग लगाई है उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.


प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का आरोप है कि, अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार और कांग्रेस के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. कांग्रेस ने ही अपने वचन पत्र में अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया था, वे लोग केवल उसी बात को लागू करने की बात कह रहे हैं.

अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग पर सियासत गरमाई

उन्होंने कहा कि, अभी तक सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती थी लेकिन कल उन्हें जिंदा जलाने की कांग्रेस ने कोशिश की. यह सर्वदा अलोकतांत्रिक है. इससे ज्यादा शर्मनाक बात किसी सरकार के लिए नहीं हो सकती है. सारंग ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच किए जाने की मांग की है.

बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि, 'विश्वास सारंग के पास यदि किसी प्रकार के प्रमाण हैं, तो उन्हें तुरंत मामला दर्ज करवाना चाहिए. जिला प्रशासन को भी इस मामले में अरेस्ट करें और उनसे पूछें कि आखिर यह आग किसने लगाई है और जिनका भी नाम इसमें आएगा, उनकी व्यवस्था अपने आप हो जाएगी. सरकार पूरी तरह से अपराध पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है जिन्होंने अपराध किया होगा उन्हें बख्शा भी नहीं जाएगा'.

भोपाल। देर रात शांहजहानी पार्क में अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगने का मामला अब राजनीति रंग ले चुका है. जहां एक तरफ बीजेपी ने इस हादसे की निंदा की और इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, तो वहीं बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए मंत्री आरिफ अकील ने कहा है कि, अगर उनके पास कोई सबूत है तो पुलिस को दें और मामला दर्ज करवाएं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आग लगाई है उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.


प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का आरोप है कि, अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार और कांग्रेस के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. कांग्रेस ने ही अपने वचन पत्र में अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया था, वे लोग केवल उसी बात को लागू करने की बात कह रहे हैं.

अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग पर सियासत गरमाई

उन्होंने कहा कि, अभी तक सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती थी लेकिन कल उन्हें जिंदा जलाने की कांग्रेस ने कोशिश की. यह सर्वदा अलोकतांत्रिक है. इससे ज्यादा शर्मनाक बात किसी सरकार के लिए नहीं हो सकती है. सारंग ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच किए जाने की मांग की है.

बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि, 'विश्वास सारंग के पास यदि किसी प्रकार के प्रमाण हैं, तो उन्हें तुरंत मामला दर्ज करवाना चाहिए. जिला प्रशासन को भी इस मामले में अरेस्ट करें और उनसे पूछें कि आखिर यह आग किसने लगाई है और जिनका भी नाम इसमें आएगा, उनकी व्यवस्था अपने आप हो जाएगी. सरकार पूरी तरह से अपराध पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है जिन्होंने अपराध किया होगा उन्हें बख्शा भी नहीं जाएगा'.

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बीजेपी का आरोप कांग्रेस ने लगवाई अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग , मंत्री बोले सबूत हो तो पुलिस दे कराएं मामला दर्ज


भोपाल | देर रात शांहजहानी पार्क में अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगाने का मामला अब राजनीति का केंद्र बन गया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है जहां एक तरफ बीजेपी ने अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगाए जाने की घटना को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इस घटना की निंदा की है और इस पूरी घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं कांग्रेस सरकार के मंत्री ने भी खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनके पास किसी प्रकार का सबूत है तो पुलिस को दें और तुरंत मामला दर्ज करवाएं जिन लोगों ने आग लगाई होगी उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्यवाही होगी.


Body:प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है इन दोनों के द्वारा डेढ़ महीने से शांहजहानी पार्क में प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार और कांग्रेस के कान में जूं नहीं रेंग रही है कांग्रेस ने ही अपने वचन पत्र में अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया था वे लोग केवल उसी बात को लागू करने की बात कह रहे हैं लेकिन कांग्रेस की सरकार की कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है अभी तक सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती थी लेकिन कल उन्हें जिंदा जलाने की कांग्रेस के द्वारा कोशिश की गई है यह सर्वदा अलोकतांत्रिक है . इससे ज्यादा शर्मनाक बाद किसी सरकार के लिए नहीं हो सकती है .

उन्होंने कहा कि जिसके हाथों में समाज के निर्माण की जिम्मेदारी है वह शिक्षक जो शिक्षा को धर्म के रूप में प्रचार प्रसार करने में लगा हुआ है उन लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है और जिस तरह से कल अतिथि विद्वानों को पेट्रोल डालकर जलाने की साजिश की गई है इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से आग्रह करूंगा कि अपनी हठधर्मिता को छोड़ें और अतिथि विद्वानों एवं अतिथि शिक्षकों को नियमित करें और जब तक उनका धरना प्रदर्शन चल रहा है तो उन्हें अच्छी सुरक्षा मुहैया कराएंConclusion:वहीं बीजेपी के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि विश्वास सारंग के पास यदि किसी प्रकार के प्रमाण हैं तो उन्हें तुरंत मामला दर्ज करवाना चाहिए जिला प्रशासन को चाहिए कि उन्हें भी इस मामले में अरेस्ट करें और उनसे पूछें कि वे बताएं कि आखिर यह आग किसने लगाई है और जिनका भी नाम इसमें आएगा उनकी व्यवस्था अपने आप हो जाएगी . सरकार पूरी तरह से अपराध पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है जिन्होंने अपराध किया होगा उन्हें बख्शा भी नहीं जाएगा .
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