भोपाल। केंद्र की मोदी सरकार ने संसद में जो 2019-2020 का बजट पेश किया था, उसमें मध्यप्रदेश के हिस्से से 2,677 करोड़ रुपए कम आवंटित किए गए हैं. इस मामले में प्रदेश कांग्रेस 20 जुलाई को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करने जा रही है. कांग्रेस का कहना है कि मध्यप्रदेश के विकास के लिए कांग्रेस समर्पित है.
एमपी कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश सरकार किसी तरह की कटौती सहन नहीं करेगी. कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग का निराकरण नहीं किया गया, तो 20 जुलाई को होने वाला आंदोलन प्रदेश से निकलकर दिल्ली पहुंचेगा.
'किसी ने नहीं उठाई भेदभाव के खिलाफ आवाज'
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि प्रदेश सरकार के राजस्व के हिस्से के 27 सौ करोड़ केंद्र सरकार ने आम बजट में कम कर दिए हैं, जो विभिन्न योजनाओं के लिए प्रदेश सरकार को मिलना चाहिए था. आश्चर्य इस बात पर है कि मध्य प्रदेश से चुने गए बीजेपी के 28 सांसदों में से एक ने भी प्रदेश के साथ हुए भेदभाव के विरुद्ध आवाज नहीं उठाई.
कांग्रेस का आरोप द्वेष पूर्ण व्यवहार कर रही बीजेपी
ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के साथ हुए भेदभाव को गंभीरता से लेते हुए इस तुगलकी फैसले के विरोध में प्रदेश में 20 जुलाई को धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. धरना प्रदर्शन को प्रभावी बनाने के लिए जिला ब्लॉक अधिकारी, स्थानीय संस्थाओं के जनप्रतिनिधि, मोर्चा संगठन विभागों के जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार के साथ राजनीतिक द्वेष पूर्ण व्यवहार किया जा रहा है.