भोपाल। बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी के फार्मेसी विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में नेटवर्क फार्माकोलॉजी विषय पर विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए. कंप्यूटर पर जीन नेटवर्क जनरेशन, जीन आइडेंटिफिकेशन एवं जीन डाटा असेम्बलिंग जैसे कई आयामों को इंटरनेट पर उपलब्ध सॉफ्टवेयर एवं वेबसर्वर के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.
नेटवर्क फार्माकोलॉजी विषय पर प्रशिक्षण: कार्यशाला के प्रारम्भ में बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निर्देशक डॉ. नीरज गौर ने बताया कि ''नेटवर्क फार्माकोलॉजी के फार्मास्यूटिकल अनुसंधानों में बहुआयामी उपयोगिता एवं नई तकनीकों के उपयोग से बेहतर दवाइयों की खोज की जा सकती है. यहां निर्माण के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित भी किया गया.
दवाइयों की खोज पर व्याख्यान: इस प्रशिक्षण में डॉ. सी कार्तिकेयन सहायक प्राध्यापक, इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, डॉ. दिनेश मिश्रा प्राचार्य इंदौर इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेज, डॉ. अश्वनी मिश्रा फैकल्टी डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी एवं मोनू शुक्ल संस्थापक संचालक डी.सी.आर सी लैब ने प्रतिभागियों को नेटवर्क फार्माकोलॉजी पद्धति के उपयोग से दवाइयों की खोज, निर्माण एवं प्रयोग पर व्याख्यान दिया.
प्रमाण पत्र वितरित: फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रागिनी गोथलवाल के मार्गदर्शन में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया. समापन समारोह में अपने समस्त प्रतिभागियों को नेटवर्क फार्माकोलॉजी जैसे उन्नत तकनीक का उपयोग कर मानव बीमारियों में उपयोग होने वाली दवाओं के विकास पर जोर दिया गया एवं समस्त प्रतिभागियों जिन्होंने सफलता पूर्वक कार्यशाला में भाग लिया, उन्हें प्रोफेसर विनय श्रीवास्तव पूर्व विभागाध्यक्ष बायोसाइंस विभाग के साथ प्रमाण पत्र वितरित किये गए.
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14 प्रतिभागी हुए शामिल: इस कार्यशाला में कुल 14 प्रतिभागियों ने भाग लिया. विश्वविद्यालय के कुलपति एस. के जैन एवं फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष ने समस्त प्रतिभागियों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. इस कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ अश्वनी मिश्रा एवं आयोजन समिति के सदस्य डॉ निधि पटेरिया ने कार्यशाला के सफलतापूर्वक संपादन में योगदान दिया.