भोपाल। राजधानी भोपाल में नारी के सम्मान के दिन महिला दिवस पर लगातार आयोजन हो रहे हैं. इसी के तहत साइकिल से महिलाओं ने 40 किलोमीटर की राइड की और लोगों को जागरूक किया. इन महिलाओं का कहना है कि गाड़ियों से निकलने वाले धुंआ से प्रदूषण फैलता है. ऐसे में लोग साइकिल की ओर आकर्षित हो रहे हैं और उन्हें उसे अपनाना चाहिए. बाइसिकल ग्रुप के सदस्यों ने अपने परिवार के साथ शहर के बिट्टन मार्केट से शुरू हुई साइकिल रैली शुरू की. ये रैली वन विहार होते हुए वापस अपने स्थान पर पहुंची. इस दौरान रैली में मौजूद महिलाओं ने पर्यावरण बचाने का संदेश दिया.
हेल्दी रहने के लिए साइकिल चलाना जरूरी है
बाइसिकल ग्रुप की शिवानी और सिम्मी कहती है कि अब हर लोगों को बाइक व अन्य परिवहन साधन को त्याग कर साइकिल से सफर करना होगा. इससे न केवल प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी बल्कि हमारे शरीर को कई बीमारियों से निजात भी मिलेगी. यह राइड शाहपुरा लेक बिट्टन मार्केट होते हुए मैनिट और फिर स्मार्ट रोड होते हुए पॉलिटेक्निक चौराहे के बाद लेक व्यू पर खत्म हुई. लगभग 40 किलोमीटर की ये राइड रही. रैली में शामिल हुए क्लब मेंबर विनोद पांडेय ने कहा कि उनकी ओर से ऐसी राइड पहले भी की जाती रही हैं. इस दौरान उन्हें लोगों का काफी सपोर्ट भी मिलता है. जिन लोगों ने इस आयोजन में भाग लिया उनमें हेमा, रूही, मीनाक्षी, रुचि, मृगांकास रशीदा आदि हैं.
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आशा-उषा कार्यकर्ताओं को नजरबंद किया
एक तरफ जहां महिलाओं का सम्मान किया जा रहा है तो दूसरी महिलाएं अपने हक को लकरे सड़कों पर हैं. आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने भोपाल में विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी तो उन्हें नजरबंद कर दिया गया. इन कार्यकर्ताओं को स्टेशन और उसके आसपास ही पुलिस ने कस्टडी में रखा और बाद में समझाइस देकर छोड़ दिया गया. आशा-उषा कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार ने वादा किया था कि ₹60 प्रतिदिन की जगह ₹10000 महीने वह भुगतान करेगी. लेकिन वह वादा अभी तक नहीं निभाया है. ऐसे में वे भोपाल से जाने को तैयार नहीं है. (Bhopal Bicycle woman riders) (woman cycle rally of 40 km)