भोपाल। राजधानी में वॉल आर्ट फेस्टिवल का आयोजन हुआ था. प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने एलियांस फ्रांसेस द भोपाल इंस्टिट्यूट में वॉल आर्ट फेस्टिवल की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था(Bhopal wall art festival exhibition). इस दौरान उन्होंने कहा कि, वॉल आर्ट फेस्टिवल भारतीय कलाकारों और फ्रांस के कलाकारों को करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. फ्रेंच चित्रकारों द्वारा बनाए गए पोस्टर दोनों देश की संस्कृतियों को जोड़ने का काम करेंगे. प्रदर्शनी पर्यटकों के लिए 16 दिसबंर तक खुली रहेगी.
भोपाल में वॉल आर्ट फेस्टिवल: भोपाल में 22 नवंबर से 30 नवंबर तक एलायंस फ्रांसेज द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड, संस्कृति विभाग और गैर सरकारी संगठन एकलव्य के सहयोग से फेस्टिवल आयोजित किया गया था. फेस्टिवल के समापन अवसर पर फ्रांस के कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई थी. सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक एलायंस फ्रांसेज द भोपाल इंस्टिट्यूट की गैलरी में देखी जा सकती है. फ्रांसिसी कलाकार पॉयस और ओलिविया डी बोना ने रवींद्र भवन की नई इमारत और नीति एकलव्य फाउंडेशन की दीवारों पर पेंटिंग की है.
वॉल आर्ट प्रदर्शनी में कई तरह के चित्र शामिल: वॉल आर्ट फेस्टिवल के दौरान फ्रांसिसी कलाकारों द्वारा प्रदर्शित चित्रों से प्रभावित होकर शिव शेखर शुक्ला भी अपने आप को रोक नहीं पाए और कैनवास रूपी दीवार पर चित्रकारी करने लगे. इस अवसर पर कई फ्रांसीसी वॉल आर्टिस्ट समेत भारतीय कलाकार और कला प्रेमी उपस्थित रहे(wall art festival organize in Bhopal). शिव शेखर शुक्ला ने इस मौके पर कहा, फ्रेंच एंबेसी के साथ हुए एमओयू के तहत इस तरह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाते रहेंगे. इसके पूर्व भी पेरिस में एक सांस्कृतिक संध्या के दौरान मध्यप्रदेश की संस्कृति और खान-पान को फ्रांस के लोगों के बीच प्रदर्शित किया गया था, जिसे फ्रांस के लोगों द्वारा सराहा गया था.