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Bhopal Suicide Case: एक्शन में सरकार, सीएम शिवराज बोले- सूदखोरों के खिलाफ एमपी में चलेगा अभियान - एक ही परिवार के 5 सदस्यों ने खाया जहर

Bhopal Suicide Case: सूदखोरों के चंगूल में फंसे एक ही परिवार के 5 सदस्यों द्वारा जहर खाने के मामले को सीएम शिवराज ने गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री (CM Shivraj Singh Chouhan) ने मध्य प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ सघन अभियान (Campaign against usurers in MP) चलाने के निर्देश दिए है. साथ ही कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.

Bhopal Suicide Case
सूदखोरों के खिलाफ एमपी में चलेगा अभियान
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Published : Nov 27, 2021, 7:01 PM IST

भोपाल। Bhopal Suicide Case: मध्य प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान सूदखोरों को खोजा जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, गुरुवार को राजधानी भोपाल में साहूकारों की मार की वजह से संजीव जोशी ने परिवार के साथ जहर खा लिया था, जिसके बाद सीएम शिवराज एक्शन में नजर आएं, शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. इधर भोपाल सुसाइड केस (Bhopal Suicide Case) में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है.

भोपाल में 'बुराड़ी' जैसी घटना! कर्ज में दबे मैकेनिक ने पूरे परिवार को खिलाया जहर, दो बेटियों-मां की मौत

सूदखोरों पर सीएम शिवराज सख्त (CM Shivraj strict on usurers)

भोपाल में गुरुवार को ह्रदय विदारक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खा लिया. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. भोपाल के इस सुसाइड केस के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की तरफ से बयान आया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों,साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है, सीएम चौहान ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि सूदखोरों, साहूकारों की गतिविधियों पर सघन निगरानी (Campaign against usurers in MP) रखी जाएगी. अवैधानिक तरीके से चल रही साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए निवास कार्यालय में बुलाई गई आपात बैठक को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया. इस दौरान साहूकारी अधिनियम और अनुसूचित जाति ऋण विनियम के प्रावधानों के संबंध में भी चर्चा की गई. साथ ही सीएम शिवराज ने ये भी कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.

दी गई 2 लाख की सहायता राशि

दी गई 2 लाख की सहायता राशि

एक ओर सीएम शिवराज इस पूरे मामले में एक्शन में नजर आएं, वहीं उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए शनिवार को जोशी परिवार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भिजवाया है. गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ये चेक लेकर अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इलाजरत दंपती से मुलाकात की, उनका हाल-चाल जाना और चेक सौंपा. विधायक ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज की जानकारी डॉक्टरों से भी ली.

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थाने में की गई शिकायत की कॉपी

13 पन्नों के सुसाइड नोट में सूदखोरों के धमकाने का आरोप

जोशी परिवार के 13 पेज के सुसाइड नोट (Bhopal Suicide Note) के आधार पर पुलिस ने 4 महिलाओं को आरोपी बनाया है. थाना पिपलानी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर और फरियादी संजीव जोशी की रिपोर्ट पर आरोपी रानी दुबे, बबली दुबे, प्रमिला ओढ़ और उर्मिला ओढ़ के विरुद्ध आत्महत्या के दुष्प्रेरण अंतर्गत आईपीसी की धारा 306,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. और पुलिस की मानें तो जल्द ही चारों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. बताया जा रहा है कि मूल रूप से बबली, प्रमिला और उर्मिला ने मिलकर अर्चना जोशी को कर्ज दिया था, इसके अलावा संजीव जोशी ने एक हाउसिंग लोन भी ले रखा था, जिसमें ओवरड्यू चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 27 लाख रुपए के आसपास का अमाउंट उन्हें बैंक का भी जमा करना है. इस पूरे मामले में 11 नवंबर 2021 को अर्चना जोशी ने पिपलानी पुलिस को एक शिकायती आवेदन भी दिया था जिसमें अर्चना जोशी ने सूदखोरों द्वारा धमकाने की शिकायत की थी. जिसके बाद नेपाल पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया गया था और अर्चना जोशी ने अपना मकान बेचकर पैसा देने की बात कही थी.

काल बने कर्ज ने ले ली 3 की जान!

बता दें कि सूदखोरों के चंगुल में फंसे राजधानी भोपाल में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने गुरुवार रात जहर पी लिया था. घटना में एक वृद्धा और उसकी एक पोती ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया था. वहीं शनिवार सुबह दूसरी पोती की सांसों की डोर भी टूट गई, जो एलएनसीटी कॉलेज से बीटेक कर रही थी.

कौन हैं संजीव जोशी और क्या है परिवार की स्थिति?

  • संजीव जोशी ऑटो पार्ट्स का काम करते थे और साथ ही दुकान चलाते थे. फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है.
  • उनकी पत्नी अर्चना जोशी एक प्रायवेट स्कूल का संचालन कर चुकी हैं. बाद में जब स्कूल ठीक नहीं चला तो उन्होने एक दुकान घर पर ही शुरु किया. इनका भी इलाज चल रहा है.
  • मां नंदिनी जोशी टीचर थीं. बुजुर्ग होने के चलते घर पर ही रहती थीं. इनकी मौत हो चुकी है.
  • संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा एलएनसीटी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रही थी. अब इस दुनिया में नहीं है.
  • छोटी बेटी पूर्वी 10वीं पढ़ रही थी और इस साल बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना था. पूर्वी की भी मौत हो गई.

सीहोर में भी सूदखोरों से परेशान शख्स ने किया सुसाइड

वहीं सूदखोरों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें सूदखोरों पर सख्त कार्रवाई की रणनीति बनाई जाएगी. इधर सिहोर में सूदखोर से परेशान सीहोर के एक व्यक्ति ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. उसकी लाश के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 10 फीसदी ब्याज की दर पर कर्ज लेने का जिक्र है, कोतवाली पुलिस जांच कर रही है. भोपाल की घटना का भी सूदखोरी से ही कनेक्शन लगता है, यही वजह है कि सरकार तुरंत एक्शन के मूड में है.

राजस्थान में भी हो चुका है ऐसा मामला

राजस्थान के गंगापुर सिटी में साल 2013 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. घटना में एक पूरा परिवार जहरीला लड्डू का लेता है क्योंकि उन्हे भगवाव शंकर से मिलना था. मामला 26 मार्च का है जब एक फोटोग्राफर कंचन सिंह के परिवार जो वीडियो में हंसता खेलता दिख रहै था अचानक भगवान भोले भंडारी से मिलन की चाह में जहरीला लड्डू खा लेता है. इस घटना में परिवार के 8 में से 5 सदस्यों की मौत हो जाती है. परिवार तंत्र-मंत्र में पूरी तरह से डूबा रहता था.

क्या था दिल्ली का बुराड़ी कांड, क्यों की थी परिवार के 11 लोगों ने सुसाइड

दिल्ली में साल 2018 में बुराड़ी इलाके में एक साथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. परिवार के सदस्‍यों के पोस्टमॉर्टम के बाद बिरसा रिपोर्ट से जो खुलासा हुआ उसने सबको सकते में डाल दिया था. आत्‍महत्‍या से पहले कुछ लोगों ने खाने में कुछ लिया था और कुछ लोग बिल्कुल भूखे थे. पूरे परिवार ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कि क्योंकि उन्हे 'मोक्ष' हासिल करने का चाह थी. 11 लोगों ने एक साथ आत्‍महत्‍या की थी. यहां संतनगर में एक ही घर से एक ही परिवार के 11 लोगों की लाशें मिली थीं. ये परिवार अपने मृत पितरों से मिलने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहा था और धार्मिक अनुष्ठान में जुटा था.

भोपाल। Bhopal Suicide Case: मध्य प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान सूदखोरों को खोजा जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, गुरुवार को राजधानी भोपाल में साहूकारों की मार की वजह से संजीव जोशी ने परिवार के साथ जहर खा लिया था, जिसके बाद सीएम शिवराज एक्शन में नजर आएं, शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. इधर भोपाल सुसाइड केस (Bhopal Suicide Case) में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है.

भोपाल में 'बुराड़ी' जैसी घटना! कर्ज में दबे मैकेनिक ने पूरे परिवार को खिलाया जहर, दो बेटियों-मां की मौत

सूदखोरों पर सीएम शिवराज सख्त (CM Shivraj strict on usurers)

भोपाल में गुरुवार को ह्रदय विदारक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खा लिया. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. भोपाल के इस सुसाइड केस के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की तरफ से बयान आया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों,साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है, सीएम चौहान ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि सूदखोरों, साहूकारों की गतिविधियों पर सघन निगरानी (Campaign against usurers in MP) रखी जाएगी. अवैधानिक तरीके से चल रही साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए निवास कार्यालय में बुलाई गई आपात बैठक को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया. इस दौरान साहूकारी अधिनियम और अनुसूचित जाति ऋण विनियम के प्रावधानों के संबंध में भी चर्चा की गई. साथ ही सीएम शिवराज ने ये भी कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.

दी गई 2 लाख की सहायता राशि

दी गई 2 लाख की सहायता राशि

एक ओर सीएम शिवराज इस पूरे मामले में एक्शन में नजर आएं, वहीं उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए शनिवार को जोशी परिवार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भिजवाया है. गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ये चेक लेकर अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इलाजरत दंपती से मुलाकात की, उनका हाल-चाल जाना और चेक सौंपा. विधायक ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज की जानकारी डॉक्टरों से भी ली.

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थाने में की गई शिकायत की कॉपी

13 पन्नों के सुसाइड नोट में सूदखोरों के धमकाने का आरोप

जोशी परिवार के 13 पेज के सुसाइड नोट (Bhopal Suicide Note) के आधार पर पुलिस ने 4 महिलाओं को आरोपी बनाया है. थाना पिपलानी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर और फरियादी संजीव जोशी की रिपोर्ट पर आरोपी रानी दुबे, बबली दुबे, प्रमिला ओढ़ और उर्मिला ओढ़ के विरुद्ध आत्महत्या के दुष्प्रेरण अंतर्गत आईपीसी की धारा 306,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. और पुलिस की मानें तो जल्द ही चारों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. बताया जा रहा है कि मूल रूप से बबली, प्रमिला और उर्मिला ने मिलकर अर्चना जोशी को कर्ज दिया था, इसके अलावा संजीव जोशी ने एक हाउसिंग लोन भी ले रखा था, जिसमें ओवरड्यू चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 27 लाख रुपए के आसपास का अमाउंट उन्हें बैंक का भी जमा करना है. इस पूरे मामले में 11 नवंबर 2021 को अर्चना जोशी ने पिपलानी पुलिस को एक शिकायती आवेदन भी दिया था जिसमें अर्चना जोशी ने सूदखोरों द्वारा धमकाने की शिकायत की थी. जिसके बाद नेपाल पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया गया था और अर्चना जोशी ने अपना मकान बेचकर पैसा देने की बात कही थी.

काल बने कर्ज ने ले ली 3 की जान!

बता दें कि सूदखोरों के चंगुल में फंसे राजधानी भोपाल में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने गुरुवार रात जहर पी लिया था. घटना में एक वृद्धा और उसकी एक पोती ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया था. वहीं शनिवार सुबह दूसरी पोती की सांसों की डोर भी टूट गई, जो एलएनसीटी कॉलेज से बीटेक कर रही थी.

कौन हैं संजीव जोशी और क्या है परिवार की स्थिति?

  • संजीव जोशी ऑटो पार्ट्स का काम करते थे और साथ ही दुकान चलाते थे. फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है.
  • उनकी पत्नी अर्चना जोशी एक प्रायवेट स्कूल का संचालन कर चुकी हैं. बाद में जब स्कूल ठीक नहीं चला तो उन्होने एक दुकान घर पर ही शुरु किया. इनका भी इलाज चल रहा है.
  • मां नंदिनी जोशी टीचर थीं. बुजुर्ग होने के चलते घर पर ही रहती थीं. इनकी मौत हो चुकी है.
  • संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा एलएनसीटी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रही थी. अब इस दुनिया में नहीं है.
  • छोटी बेटी पूर्वी 10वीं पढ़ रही थी और इस साल बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना था. पूर्वी की भी मौत हो गई.

सीहोर में भी सूदखोरों से परेशान शख्स ने किया सुसाइड

वहीं सूदखोरों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें सूदखोरों पर सख्त कार्रवाई की रणनीति बनाई जाएगी. इधर सिहोर में सूदखोर से परेशान सीहोर के एक व्यक्ति ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. उसकी लाश के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 10 फीसदी ब्याज की दर पर कर्ज लेने का जिक्र है, कोतवाली पुलिस जांच कर रही है. भोपाल की घटना का भी सूदखोरी से ही कनेक्शन लगता है, यही वजह है कि सरकार तुरंत एक्शन के मूड में है.

राजस्थान में भी हो चुका है ऐसा मामला

राजस्थान के गंगापुर सिटी में साल 2013 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. घटना में एक पूरा परिवार जहरीला लड्डू का लेता है क्योंकि उन्हे भगवाव शंकर से मिलना था. मामला 26 मार्च का है जब एक फोटोग्राफर कंचन सिंह के परिवार जो वीडियो में हंसता खेलता दिख रहै था अचानक भगवान भोले भंडारी से मिलन की चाह में जहरीला लड्डू खा लेता है. इस घटना में परिवार के 8 में से 5 सदस्यों की मौत हो जाती है. परिवार तंत्र-मंत्र में पूरी तरह से डूबा रहता था.

क्या था दिल्ली का बुराड़ी कांड, क्यों की थी परिवार के 11 लोगों ने सुसाइड

दिल्ली में साल 2018 में बुराड़ी इलाके में एक साथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. परिवार के सदस्‍यों के पोस्टमॉर्टम के बाद बिरसा रिपोर्ट से जो खुलासा हुआ उसने सबको सकते में डाल दिया था. आत्‍महत्‍या से पहले कुछ लोगों ने खाने में कुछ लिया था और कुछ लोग बिल्कुल भूखे थे. पूरे परिवार ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कि क्योंकि उन्हे 'मोक्ष' हासिल करने का चाह थी. 11 लोगों ने एक साथ आत्‍महत्‍या की थी. यहां संतनगर में एक ही घर से एक ही परिवार के 11 लोगों की लाशें मिली थीं. ये परिवार अपने मृत पितरों से मिलने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहा था और धार्मिक अनुष्ठान में जुटा था.

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