भोपाल। राजधानी भोपाल से बीते 6 अक्टूबर की रात को तलैया थाना क्षेत्र स्थित मोती मस्जिद की गुम्बद पर चढ़कर चोर ने कलश चोरी कर लिया था. मस्जिद के चौकीदार ने इस संबंध में थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी. यह मामला भोपाल की पुरानी मस्जिद से जुड़ा था. इसलिए पुलिस ने तत्काल अपराध कायम कर छानबीन शुरू कर दी. भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर ने भी इस मामले में पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे.
पुलिस की टीम बनाकर की पड़ताल : भोपाल उपायुक्त जोन 3 रियाज इकबाल ने क्राइम ब्रांच पुलिस आयुक्त अमित कुमार से मिलकर इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश करने के लिये संयुक्त रूप से रणनीति बनाई. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राम स्नेही मिश्रा व आयुक्त नागेन्द्र पटेरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी राकेश साहू, उप निरीक्षक नीलेश पटेल थाना कोतवाली, मोहन अहिरवार सायबर सेल, थाना कोतवाली आजाद सिंह, थाना कोतवाली की टीम गठित की गई. मामले की विवेचना के दौरान के दौरान आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सायबर सेल डीसीपी जोन 03 कार्यालय एक एसएफएल की टीम के साथ डॉग्स स्कॉड की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करवाया गया.
नेपाल बॉर्डर से किया गिरफ्तार : इसके बाद संदेही अंजार पिता सोहेल अखार निवासी इस्लामपुरा की पहचान की गई. रियाज इकबाल ने बताया कि अपराधी भोपाल से बाहर का था और संदिग्ध आरोपी के सीसीटीवी फुटेज के अलावा मोबाइल लोकेशन टीम के सदस्यों ने हासिल की. इस मामले में भोपाल में काफी लोगों से पूछताछ की गई और संदेही अजार को पकड़ने के लिये जिला अगरिया, बिहार नेपाल बार्डर के पास लगभग 1500 किमी दूर धनतेरस की रात को पुलिस टीम को रवाना किया गया. पुलिस टीम द्वारा दीवाली त्यौहार को न देखते हुये अगरिया बिहार नेपाल बार्डर से संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए भोपाल लाए. उससे गहन पूछताछ की गई.
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नाले से बरामद किया कलश : आरोपी ने स्वीकार किया गया कि उसने मोती मस्जिद की गुम्बद चोरी किया था. पकड़े जाने के डर से चोरी किये गये कलश को भोपाल के सेन्ट्रल लायब्रेरी के पास नाले में फेंक दिया भी उसने स्वीकार किया.उसके बताए स्थान से पुलिस टीम द्वारा कड़ी मशक्कत कर नगर निगम अमले की मदद से जेसीबी मशीन लगाकर सेंट्रल लाइब्रेरी के पास के नाले पर चोरी किये गये कलश की बरामदगी की. रियाज इकबाल ने बताया कि आरोपी नशे का आदी है. बिहार में नशाबंदी है. इसलिए वह अपने रिश्तेदारों से पास भोपाल में आकर मेहनत मजदूरी करता था. इस दौरान किसी ने उसे बताया कि यह कलश सोने का है. इसीलिए उसने इस पूरी घटना को अंजाम दिया. (Stolen kalash recovered) (160 year old mosque bhopal) (Kalash Theft mosque bhopal) (Accused caught from Nepal border)