भोपाल। राजधानी की क्राइम ब्रांच पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह स्कूटी से शहर-शहर घूम-घूमकर लूट की वारदात को अंजाम देता था. 15 फरवरी को शहर के कोहेफिजा में हुई लूट की दो वारदातों के बाद पुलिस एक्शन में आई और दोनों को गिरफ्तार किया है.
पुणे जेल से बाहर आए थे दोनों बदमाश
पुलिस गिरफ्त में आए दोनों लुटेरे कुछ दिनों पहले ही पुणे जेल से बाहर आए थे. जेल से बाहर आने के बाद दोनों ने दूसरे राज्य में जाकर लूट की वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया. पुणे से अपनी स्कूटी से दोनों इंदौर पहुंचे और यहां लूट की तीन वारदातों को अंजाम दिया. इंदौर के बाद दोनों ने भोपाल का रुख किया. भोपाल आकर दोनों शातिर चोरो ने आधे घंटे में लूट की दो वारदातों को अंजाम दिया था.
15 जून को हुई थी लूट की वारदात
भोपाल के कोहेफिजा इलाके में 15 जून को हुई दोनों लूट की वारदातों के बाद पुलिस चौकन्नी हो गई थी. घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. बताया जा रहा है कि दोनों शातिर लुटेरे भोपाल से रायपुर और दुर्ग जाने की प्लानिंग कर रहे थे लेकिन इससे पहले ही दोनों भोपाल पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
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एक के नाम 36, दूसरे के नाम 10 अपराध दर्ज
एसएसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि दोनों आरोपी महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले हैं. दोनों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड हैं. इनमें से एक आरोपी 36 तो दूसरा आरोपी 10 वारदातों को अंजाम दे चुका है. दोनों इतने शातिर हैं कि सिर्फ उन ही स्थानों पर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे जहां उन्हें कोई पहचानता न हो और न ही दोनों का कोई रिश्तेदार हो. लूटपाट को अंजाम देने के लिए दोनों ने किराए पर स्कूटी ली थी.
60 हजार का इनाम किया था घोषित
इन आरोपी की धरपकड़ के लिए भोपाल एडीजी एसाई मनोहर ने 60 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. इनके ऊपर जो इनाम घोषित था, इसको लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच, भोपाल क्राइम ब्रांच समेत लोकल थाना पुलिस इनकी धरपकड़ में लगी हुई थी. सभी को पीछे छोड़ते हुए भोपाल क्राइम ब्रांच के हाथ सफलता लगी.