भोपाल। नकली बैंक अधिकारी बनकर और पेटीएम मशीन से केवाईसी अपलोड कराने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है. यह आरोपी लोगों को विश्वास में लेकर बैंक डिटेल्स और ओटीपी प्राप्त करते थे.
पीओएस मशीन का करते थे इस्तेमाल
दोनों आरोपी लोगों के मोबाइल पर पेटीएम केवाईसी करने के लिए एसएमएस भेजते थे. फिर उन्हें मोबाइल पर संपर्क करने के लिए कहते थे. इसके बाद पेटीएम एकाउंट एक्सपायर होने के संबंध में जानकारी देते थे. 'पैरेलल क्विक सपोर्ट' एप डाउनलोड करवाकर पीओएस मशीन के माध्यम से लोगों का पैसा अपने एकाउंट में ट्रांसफर करा लेते थे. सिर्फ इतना ही नहीं बैंक अधिकारी बनकर लोगों को चपत लगाई जाती थी. लोगों से उनके खाते के विषय में जानकारी लेकर खाते से पैसे निकाल लिए जाते थे.
दसवीं पास है आरोपी
झारखंड राज्य के जामताड़ा जिले के आरोपी जितेंद्र मंडल सिर्फ दसवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है, जो पेटीएम में केवाईसी करने के नाम पर ठगी का काम करता था.वहीं दूसरा आरोपी भी झारखंड के देवघर शहर का है, जहां से वह लोगों को चपत लगाता था. बता दें कि, वह लोगों को बैंक मैनेजर बनकर ठगता था. उन्हें अपनी बातों में उलझा कर ओटीपी नंबर के जरिए अकाउंट से पैसे गायब कर देता था. पकड़े गए दोनों आरोपियों ने बताया है कि, वे 3 साल से ठगी कर रहे हैं. इसी वजह से पढ़ाई लिखाई भी छोड़ दी है. लोगों से ठगी करके अपना जीवन यापन करते है.