भोपाल। शिवराज सरकार में नगरीय आवास एवं विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह की संपत्ति के मामले में कांग्रेस लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी है. इस मामले को लेकर युवा कांग्रेस ने मंत्री के बंगले का घेराव किया और उनके इस्तीफे की मांग की है. युवा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री भूपेंद्र सिंह सीएम शिवराज के करीबी हैं. इस कारण पूरी उम्मीद है कि इस मामले में प्रदेश की किसी भी एजेंसी की ओर से जांच की जाए, उन्हें क्लीनचिट मिल जाएगी. इसलिए मामले की जांच सीबीआई और ईडी से कराई जानी चाहिए. इस मामले में मंत्री से इस्तीफा लिया जाए, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सकें.
लोकायुक्त कर चुकी है प्राथमिकी दर्जः युवा कांग्रेस ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि मंत्री और उनके परिवार की ओर से साल 2008 से आज तक पद का दुरुपयोग करते हुए अकूत संपत्ति अर्जित की है. युवा कांग्रेस नेता विवेक त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि साल 2013 और 2020 में प्रकाशित एडीआर की रिपोर्ट को देखा जाए तो साफ पता चलता है कि मंत्रियों की संपत्ति कई गुना बढ़ चुकी है. यह संपत्ति पद का दुरुपयोग कर अर्जित की गई है. मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने भी चुनाव आयोग को 2008 में दिए शपथ पत्र में पत्नी की संपत्ति 1 करोड़ बताई थी, जबकि 2018 में अपने शपथ में 33.27 करोड़ दर्शाई है, जो 10 सालों में लगभग 33 गुना की वृद्धि को दर्शाता है. आखिर संपत्ति में इतनी बढ़ोत्तरी कैसे हो रही है. यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है, इसकी ईडी से जांच कराई जानी चाहिए.
लोकायुक्त कर रही मामले की जांचः युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने पिछले दिनों दस्तावेजों के साथ इस मामले में लोकायुक्त में शिकायत दर्ज की थी. इसके आधार पर लोकायुक्त ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. शिवराज के करीबी मंत्री पर पद के दुरुपयोग कर अकूत संपत्ति अर्जित करने के आरोप तब लग रहे हैं, जब विधानसभा चुनाव बेहद नजदीक हैं. बुंदेलखंड क्षेत्र में इस बार कई सीटों पर बीजेपी की स्थिति कमजोर नजर आ रही है, ऐसे में इस तरह के आरोप चुनाव में पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.