भोपाल। मध्य प्रदेश में शुक्रवार से गर्भवती महिलाओं का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है. प्रदेश के सभी सरकारी और जिला अस्पतालों में यह व्यवस्था ऑन-द-स्पॉट रखी गई है. जिसके तहत बिना रजिस्ट्रेशन के सिर्फ गर्भवती महिलाओं को पहुंचना है, वहीं जाकर उन्हें टीका लगेगा. गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तीन से चार लाख वैक्सीन के डोज की व्यवस्था की है. उन्हें सिर्फ कोवैक्सीन के टीके ही लगाए जाएंगे. जिससे कि 28 दिन बाद ही दूसरा डोज भी गर्भवती महिलाओं को लग सके.
23 जुलाई से शुरू हो रहा वैक्सीनेशन
गर्भवती महिलाओं को 23 जुलाई यानी शुक्रवार से विशेष रूप से टीके लगाए जाएंगे. प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को भी कोविड-19 का टीका लगे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में सभी जिलों को निर्देश दे दिए हैं. गर्भवती महिलाओं को कोवैक्सीन लगेगी, ताकि तीसरी लहर से बचाने के लिए 28 दिनों के अंदर दोनों डोज देकर मां और बच्चे को सुरक्षित किया जा सके.
गर्भवती महिलाओं को मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में वैक्सीन लगेगी. इसके लिए अस्पतालों में अतिरिक्त कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष बनाने के लिए कहा गया है. शुरुआत में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक टीकाकरण होगा.
मध्यप्रदेश में वैक्सीन की कमी एक बड़ा मुद्दा है, अगर सिर्फ भोपाल की बात करें तो राजधानी में 19 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है. अब तक 13.9 लाख लोगों को फर्स्ट डोज लगाया जा चुका है. ऐसे में अभी भी करीब 5.5 लाख लोगों को दो महीने में फर्स्ट डोज लगाया जाना है. इसके लिए विभाग को हर दिन करीब 10 हजार डोज की जरूरत पड़ेगी. लेकिन राजधानी में हालात यह है कि वैक्सीन की कमी के चलते बीते चार दिन से टीकाकरण ठप पड़ा हुआ है. तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है. विभाग का लक्ष्य है कि सितंबर में तीसरी लहर आने तक फर्स्ट डोज का टारगेट पूरा कर लिया जाए.
भोपाल में यहां लगेगा टीका
राजधानी भोपाल के सीएचसी बैरसिया, गांधी नगर, कोलार, बैरागढ़, मिलेट्री अस्पताल, सुल्तानिया अस्पताल, आईजीएच, जेपी अस्पताल, कस्तूरबा, एम्स और जेएनएच में टीकाकरण केन्द्र बनाया गया है. भोपाल में करीब 54 हजार गर्भवती महिलाओं को 11 केन्द्रों पर टीका लगेगा.