भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को हमीदिया अस्पताल में कई निर्माण कार्यों का भूमि पूजन करने वाले हैं. 728 करोड़ की लागत से यहां निर्माण कार्य होने जा रहे हैं. इन्हीं निर्माण कार्यों और व्यवस्थाओं का जायजा लेने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग शनिवार को हमीदिया अस्पताल पहुंचे और यहां का जायजा लिया. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि "728 करोड़ की लागत से यहां पर एक नई बिल्डिंग के साथ ही अन्य सुविधाओं का निर्माण होने जा रहा है, जिसका अनावरण और शिलान्यास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. 2,000 बिस्तर के इस अस्पताल को बनाया जा रहा है, जिसमें नर्सिंग कॉलेज के साथ ही अन्य सुविधाएं भी होंगी. इसकी तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
इमरजेंसी मेडिसिन विभाग: हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग एक विशेष तरह से काम करेगा. यहां इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके इसको देखते हुए पहले उनका उपचार कराया जाएगा उसके बाद ही उनका पर्चा आदि डॉक्यूमेंट बनाए जाएंगे. इसके माध्यम से पर्चा बनवाने में जितना टाइम जाता था उसका उपयोग बाद में किया जाएगा. पहले मरीज को इलाज देना प्राथमिकता में शामिल है. ऐसे में मरीज के साथ आने वाले परिजनों को पर्चा बनवाने के लिए भी इधर-उधर नहीं भटकना होगा और बाद में आराम से वह पर्चा बनवा सकेंगे.
क्रिटिकल केयर ब्लॉक होगा स्थापित: इमरजेंसी मेडिकल विभाग शुरू होने से यह भी निश्चित किया जाएगा कि मरीज को कितनी देर में इलाज मिल रहा है. उसके आने से लेकर उसे इलाज मिलने तक की पूरी जानकारी एक डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से भी दिखाई जाने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि यह प्रयास रहेगा कि उसे समय पर जल्द से जल्द इलाज मिल सके. इसके साथ ही ओपीडी के नए ब्लॉक में एक ही जगह पर तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है. इसमें जांच के नमूने से लेकर दवा वितरण की सुविधा उसी जगह पर होगी, जिससे मरीज को और उसके परिजनों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा. यहां पर एक क्रिटिकल केयर ब्लॉक भी स्थापित होगा.
नर्सिंग कॉलेज: चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि "जीएमसी के परिसर में ही नर्सिंग कॉलेज की भी स्थापना आने वाले समय में की जाएगी. जहां से कई कोर्स भी संचालित होंगे. ऐसे में अगर नर्सिंग कॉलेज भी यहां रहेगा तो निश्चित ही जो नर्स की ट्रेनिंग यहां उन्हें मिलेगी वह बेहद उच्च स्तर की होगी. इससे स्वास्थ्य सुविधाओं में और विस्तार हो पाएगा.
ये रहेगी सुविधा
- 2,000 बिस्तर के इस अस्पताल में आईसीयू के 240 बेड होंगे.
- ब्लड बैंक के लिए एक अलग से ब्लॉक बनाया जा रहा है.
- नवजात शिशु के लिए गहन चिकित्सा इकाई.
- संक्रमण को रोकने के लिए सीएसएसडी इकाई की स्थापना भी की जाएगी.
- इसके साथ ही मेडिकल रिकॉर्ड रूम और लॉन्ड्री भी बड़े रूप में स्थापित की जा रही है.
- 19 ऑपरेशन थिएटर को भी यहां संचालित किये जाएंगे.
- एक बड़े ऑडिटोरियम की स्थापना भी की जा रही है, जिसमें 350 से अधिक की क्षमता रहेगी.
- एक नई बिल्डिंगों के लिए भी मुख्यमंत्री आधारशिला रखेंगे, जिसमें वह तमाम सुविधाएं होंगी जो मरीज के हित में रहेगी.