भोपाल। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जमकर फटकाइ लगाई. वो अधूरे पड़े विभागीय कार्यों को लेकर अधिकारियों से काफी नाराज नजर आए. नाराजगी की वहज प्रोजेक्ट्स में देरी और कछुआ चाल होना बताया जा रहा है. मंत्री ने अधिकारियों को समय-सीमा से पहले काम पूरा करने का निर्माण निर्देश दिए. हीला-हवाली और एक्सक्यूज को लेकर वो काफ नाराज दिखे और कहा कि ऐसे नहीं चलेगा. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी ने निर्माण एजेंसियों को भी समय-सीमा से पहले निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि एजेंसियां, स्वास्थ्य संस्थाओं का निर्माण प्राथमिकता और गुणवत्ता से करें. इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भूमि आवंटन अथवा अन्य कोई समस्या है तो मुझे अवगत कराएं. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि वे स्वंय संबंधित कलेक्टर से चर्चा कर समस्या का समाधान करवायेंगे.
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हर कार्य पर मेरी नजर: स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभिन्न निर्माण एजेंसियां जो काम कर रही है, उसमें 2654 निर्माण कार्यों की प्रगति पर मेरी सीधी नजर रहेगी. जिम्मेदार अधिकारी सुनिश्चित करें कि निर्माण गुणवत्ता के साथ समय पर पूरे हों. उन्होंने खाद्य सुरक्षा प्रशासन की इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में निर्माणाधीन प्रयोगशाला का कार्य पूरा नहीं होने पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई. वहीं अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि भवन विकास निगम 32, पीआईयू 497, लोक निर्माण विभाग 60, एमपी हाउसिंग बोर्ड 211, पुलिस हॉउसिंग कॉर्पोरेशन 110 और स्वास्थ्य विभाग की निर्माण शाखा द्वारा 1744 निर्माण कार्य किये जा रहे हैं.