भोपाल। लॉकडाउन की वजह से भोपाल नगर निगम की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी, लेकिन अब नगर निगम का खजाना धीरे-धीरे भरता दिखाई दे रहा है. लॉकडाउन और कोरोना महामारी के चलते नगर निगम को टैक्स के रूप में जो आय प्राप्त होती थी, उसमें काफी गिरावट देखी गई है, जहां लॉकडाउन खत्म होने के बाद नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पिछली बार की तुलना में अब तक ज्यादा वसूली कर ली गई है.
नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी का कहना है कि पिछले 3 महीने कोरोना महामारी की वजह से बर्बाद हो गए. उसके बावजूद भी अब तक 135 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है. उन्होंने जनता से अपील है कि, जो छूट दी जा रही है, उसका लाभ लें. साथ ही बकाया राशि जमा करें, क्योंकि पिछली बार नगर निगम ने 260 करोड़ रुपये की कमाई की थी.
कोरोना महामारी ने बढ़ाया खर्चा
नगर निगम को पिछली बार की तुलना में इस बार ज्यादा कमाई करनी होगी, क्योंकि महामारी की वजह से निगम को सेनिटाइजर और लॉकडाउन के दौरान गरीब तबके के लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करनी पड़ी थी, जिसमें करोड़ों रुपए खर्च हुए थे, जो आगे भी खपत हो सकते हैं, क्योंकि महीने भर में निगम 7 से 8 हजार लीटर सेनिटाइजर का छिड़काव कर रहा है.
बंद पड़े कामों में आएगी तेजी
नगर निगम का खजाना खाली होने की वजह से कई प्रोजेक्ट पैसों की कमी के कारण बंद हो गए थे, जिसमें सबसे ज्यादा हाउसिंग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट शामिल हैं. हालांकि निगम की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर आती हुई दिखाई दे रही है, जिसके बाद उम्मीद है कि निगम के जो काम पैसों के चलते बंद पड़े थे, वह जल्द शुरू हो जाएंगे.