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लॉकडाउन में हुए नुकसान की भोपाल नगर निगम ने की भरपाई, इस प्लान से भरा जा रहा है खजाना

भोपाल नगर निगम ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पिछली बार की तुलना में अब तक ज्यादा वसूली की जा चुकी है. पढ़िए पूरी खबर.....

Municipal corporation improved economic condition
नगर निगम ने सुधारी आर्थिक स्थिति
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Published : Oct 24, 2020, 10:49 PM IST

भोपाल। लॉकडाउन की वजह से भोपाल नगर निगम की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी, लेकिन अब नगर निगम का खजाना धीरे-धीरे भरता दिखाई दे रहा है. लॉकडाउन और कोरोना महामारी के चलते नगर निगम को टैक्स के रूप में जो आय प्राप्त होती थी, उसमें काफी गिरावट देखी गई है, जहां लॉकडाउन खत्म होने के बाद नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पिछली बार की तुलना में अब तक ज्यादा वसूली कर ली गई है.

नगर निगम ने सुधारी आर्थिक स्थिति
पहली तिमाही में हालत खराब भोपाल नगर निगम को पहली तिमाही में 2019 के हिसाब से 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. 2019 तिमाही में नगर निगम ने 42 करोड़ 17 लाख रुपये के करीब कमाई की थी, जो 2020 की पहली तिमाही में सिर्फ 26 करोड़ 60 लाख रुपये तक सिमट कर रह गई थी, जिसके बाद नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया, जो सफल होती हुई दिखाई दे रही है. इससे उत्साहित नगर निगम कमिश्नर ने अपना टारगेट पिछली बार की तुलना में बढ़ा दिया है.ये है निगम का प्लान नगर निगम ने अपना खजाना भरने के लिए वार्ड स्तर पर कैंप लगाया है, जिसके जरिए बकाया करदाताओं को अलग-अलग तरीके से छूट दी गई है. इसका फायदा ये हुआ कि निगम ने पिछले 2 महीने में संपत्ति कर के रूप में तीन करोड़ 62 लाख 36 हजार रुपए कमाए. वहीं दूसरी ओर जल कर के रूप में पिछले 2 महीने में 94 लाख रुपये हासिल किए. इसका नतीजा यह रहा कि पिछली बार की तुलना में निगम ने ज्यादा टैक्स वसूली कर ली है.400 करोड़ रुपए का टारगेटपिछली बार 20 अक्टूबर 2019 तक नगर निगम ने 114 करोड़ रुपए की वसूली की थी. वहीं इस बार वार्ड स्तर पर लगाए गए कैंप के बाद 20 अक्टूबर 2020 तक नगर निगम ने 135 करोड़ रुपये जमा किए हैं, लेकिन निगम ने 400 करोड़ रुपए आय का टारगेट रखा है.

नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी का कहना है कि पिछले 3 महीने कोरोना महामारी की वजह से बर्बाद हो गए. उसके बावजूद भी अब तक 135 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है. उन्होंने जनता से अपील है कि, जो छूट दी जा रही है, उसका लाभ लें. साथ ही बकाया राशि जमा करें, क्योंकि पिछली बार नगर निगम ने 260 करोड़ रुपये की कमाई की थी.

कोरोना महामारी ने बढ़ाया खर्चा
नगर निगम को पिछली बार की तुलना में इस बार ज्यादा कमाई करनी होगी, क्योंकि महामारी की वजह से निगम को सेनिटाइजर और लॉकडाउन के दौरान गरीब तबके के लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करनी पड़ी थी, जिसमें करोड़ों रुपए खर्च हुए थे, जो आगे भी खपत हो सकते हैं, क्योंकि महीने भर में निगम 7 से 8 हजार लीटर सेनिटाइजर का छिड़काव कर रहा है.

बंद पड़े कामों में आएगी तेजी
नगर निगम का खजाना खाली होने की वजह से कई प्रोजेक्ट पैसों की कमी के कारण बंद हो गए थे, जिसमें सबसे ज्यादा हाउसिंग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट शामिल हैं. हालांकि निगम की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर आती हुई दिखाई दे रही है, जिसके बाद उम्मीद है कि निगम के जो काम पैसों के चलते बंद पड़े थे, वह जल्द शुरू हो जाएंगे.

भोपाल। लॉकडाउन की वजह से भोपाल नगर निगम की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी, लेकिन अब नगर निगम का खजाना धीरे-धीरे भरता दिखाई दे रहा है. लॉकडाउन और कोरोना महामारी के चलते नगर निगम को टैक्स के रूप में जो आय प्राप्त होती थी, उसमें काफी गिरावट देखी गई है, जहां लॉकडाउन खत्म होने के बाद नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पिछली बार की तुलना में अब तक ज्यादा वसूली कर ली गई है.

नगर निगम ने सुधारी आर्थिक स्थिति
पहली तिमाही में हालत खराब भोपाल नगर निगम को पहली तिमाही में 2019 के हिसाब से 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. 2019 तिमाही में नगर निगम ने 42 करोड़ 17 लाख रुपये के करीब कमाई की थी, जो 2020 की पहली तिमाही में सिर्फ 26 करोड़ 60 लाख रुपये तक सिमट कर रह गई थी, जिसके बाद नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया, जो सफल होती हुई दिखाई दे रही है. इससे उत्साहित नगर निगम कमिश्नर ने अपना टारगेट पिछली बार की तुलना में बढ़ा दिया है.ये है निगम का प्लान नगर निगम ने अपना खजाना भरने के लिए वार्ड स्तर पर कैंप लगाया है, जिसके जरिए बकाया करदाताओं को अलग-अलग तरीके से छूट दी गई है. इसका फायदा ये हुआ कि निगम ने पिछले 2 महीने में संपत्ति कर के रूप में तीन करोड़ 62 लाख 36 हजार रुपए कमाए. वहीं दूसरी ओर जल कर के रूप में पिछले 2 महीने में 94 लाख रुपये हासिल किए. इसका नतीजा यह रहा कि पिछली बार की तुलना में निगम ने ज्यादा टैक्स वसूली कर ली है.400 करोड़ रुपए का टारगेटपिछली बार 20 अक्टूबर 2019 तक नगर निगम ने 114 करोड़ रुपए की वसूली की थी. वहीं इस बार वार्ड स्तर पर लगाए गए कैंप के बाद 20 अक्टूबर 2020 तक नगर निगम ने 135 करोड़ रुपये जमा किए हैं, लेकिन निगम ने 400 करोड़ रुपए आय का टारगेट रखा है.

नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी का कहना है कि पिछले 3 महीने कोरोना महामारी की वजह से बर्बाद हो गए. उसके बावजूद भी अब तक 135 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है. उन्होंने जनता से अपील है कि, जो छूट दी जा रही है, उसका लाभ लें. साथ ही बकाया राशि जमा करें, क्योंकि पिछली बार नगर निगम ने 260 करोड़ रुपये की कमाई की थी.

कोरोना महामारी ने बढ़ाया खर्चा
नगर निगम को पिछली बार की तुलना में इस बार ज्यादा कमाई करनी होगी, क्योंकि महामारी की वजह से निगम को सेनिटाइजर और लॉकडाउन के दौरान गरीब तबके के लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करनी पड़ी थी, जिसमें करोड़ों रुपए खर्च हुए थे, जो आगे भी खपत हो सकते हैं, क्योंकि महीने भर में निगम 7 से 8 हजार लीटर सेनिटाइजर का छिड़काव कर रहा है.

बंद पड़े कामों में आएगी तेजी
नगर निगम का खजाना खाली होने की वजह से कई प्रोजेक्ट पैसों की कमी के कारण बंद हो गए थे, जिसमें सबसे ज्यादा हाउसिंग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट शामिल हैं. हालांकि निगम की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर आती हुई दिखाई दे रही है, जिसके बाद उम्मीद है कि निगम के जो काम पैसों के चलते बंद पड़े थे, वह जल्द शुरू हो जाएंगे.

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