भोपाल। भोपाल नगर निगम में हुई बीजेपी पार्षद दल की बैठक में पार्षद 2 लाख 90 हजार का नाश्ता कर गए. ये खुलासा नगर निगम परिषद की बैठक में सदन में एमआईसी सदस्य सुषमा बाबीसा ने किया है. कांग्रेस पार्षद शरीन के सवाल पर यह जानकारी दी गई है.
नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह में इतना हुआ खर्च: कांग्रेस पार्षद ने सदन में सवाल पूछा था कि नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह में निगम का कितना खर्च हुआ. साथ ही अन्य कितने खर्चे बीजेपी पार्षद दलों की बैठक में किए जा रहे हैं. इस पर एमआईसी सुषमा बाबीसा ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह में 29 लाख से अधिक का खर्च हुआ है, जबकि नगर निगम परिषद से पहले होने वाली बीजेपी पार्षद दल की बैठक में स्वल्पाहार यानी नाश्ते पर ही ₹2,90000 खर्च हो गया.
कांग्रेस ने लगाया ये आरोप: इस जानकारी के बाद सदन में हंगामा हो गया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि "बीजेपी पार्षद दल की बैठक के लिए होटल और इतना पैसा क्यों खर्च किया जा रहा है. वह भी नगर निगम के मद से, जबकि कांग्रेस पार्षदों को कुछ भी नहीं दिया जाता." इस पर शिरीन ने अपने प्रश्न को लेकर कहा कि उन्हें इस बारे में अभी तक पूरी जानकारी भी नहीं दी जा रही, जबकि नेता प्रतिपक्ष शाबिस्ता जैकी ने नगर निगम पर इस मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और पूछा है कि बीजेपी पार्षद दल की बैठक में 58 बीजेपी के पार्षद मौजूद थे, तो उन्होंने ऐसा क्या खाया जिससे कि ₹2,90,000 खर्च हो गया.
महापौर मालती राय ने दिया ये जवाब: इस मामले में महापौर मालती राय और अन्य बीजेपी के नेता मामले को घुमाते हुए नजर आए. उनका कहना था कि" सिर्फ बीजेपी पार्षद दल का ही है खर्च नहीं है इसमें तमाम अन्य खर्च भी शामिल है, जबकि निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी का कहना था कि जो भी जानकारी उन्होंने मांगी है वह उनको मुहैया करा दी जाएगी".
कांग्रेस ने उठाया बिजली, सड़क और पानी का मुद्दा : इसके पहले नगर निगम परिषद की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस ने शहर में बिजली, सड़क और पानी के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया और पार्षद आसंदी के सामने ही बैठ गए. उनका कहना था कि एक ओर शहर में बिजली नहीं दी जा रही है और दूसरी ओर स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, क्योंकि नगर निगम ने बिजली विभाग में पैसा जमा नहीं किया. वहीं, दूसरी और पार्षदों के नाश्ते पर ही फिजूलखर्ची की जा रही है. (BJP councilors had breakfast of 2 lakh 90 thousand)(Bhopal Municipal Corporation)