भोपाल। राजधानी भोपाल में धर्म परिवर्तन के दबाव के लिए एक युवक के गले में पट्टा बांधकर घसीटे जाने के मामले में अब मुस्लिम संगठनों की नाराजगी भी सामने आई है. नाराजगी आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने जाने को लेकर है. मुस्लिम धार्मिक संगठनों का कहना है कि आरोपियों ने जो किया वो गलत था. उन्हें सजा मिलनी चाहिए, लेकिन परिवार का क्या गुनाह जो घर तोड़कर उन्हें दर बदर कर दिया गया. बता दें वीडियो सामने आने के बाद सीएम और गृह मंत्री के निर्देश के बाद प्रशासन ने आरोपी का घर तोड़ा. (Inhuman Act With Boy in Bhopal)
गुनहगार को सजा दें,बेगुनाहों का घर क्यों तोड़ा: मध्यप्रदेश जमीअत उलेमा के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा है कि जो घटना हुई है, वो बेहद गलत है. जिन लोगों ने भी ये किया है, वो इस्लाम नहीं इंसानियत के भी खिलाफ है. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. हाजी हारुन ने कहा कि लेकिन आरोपियों के घर पर जो बुलडोजर चलाया गया. उसे लेकर मुझे सख्त एतराज है. मेरा सवाल है कि आप संविधान सम्मत कार्रवाई कीजिए ना. घरवालों का इसमें क्या गुनाह था. वो बेघर किसलिए किए गए हैं.
सरकार ने जो कार्रवाई की उसका स्वागत: ऑल इंडिया त्योहार कमेटी के चैयरमेन औसाफ शाहमीरी खुर्रम ने भी इस मामले को लेकर कहा कि कुछ जालिमों ने जिनको आप मुसलमान कह रहे हैं. किसी मासूम इंसान के साथ जानवरों जैसा सलूक किया है. जो हकीकत है, वो जांच में सामने आ जाएगी, जो कुछ भी किया है जुल्म है गलत है. इस्लाम इसके खिलाफ है. गृह मंत्री ने और प्रशासन ने जो कार्रवाई की है वो जरुरी थी कि आगे कोई इसी तरह का ज्यादती या जुल्म ना करे. खुर्रम ने कहा कि जिन्होंने जुल्म किया है, उन्हें सजा मिलना चाहिए. जालिम के घरवालों पर जुल्म करना ये सही नहीं है. (Inhuman Act With Boy in Bhopal)
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क्या है पूरा मामला: राजधानी भोपाल के टीला जमालपुरा का मामला है. यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक युवक के गले में पट्टा बांधकर उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है. उसे सड़क पर घसीटा जा रहा है. यहां तक कि उसे भौंकने के लिए भी कहा गया. इस मामले में छह आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इन पर NSA के तहत कार्रवाई की गई. आरोपियों का जुलूस भी निकाला गया. बाद में इनका घर भी तोड़ दिया गया.