भोपाल। राजधानी भोपाल में बच्चियों के अपहरण के मामले में पुलिस लगातार पूछताछ कर नए खुलासे कर रही है. इस पूरे मामले में दिल्ली से गिरफ्तार हुई फर्जी महिला डॉक्टर ने स्वीकार किया है कि अब तक 50 से ज्यादा अविवाहित युवतियों की डिलीवरी करवा चुकी है. हालांकि उसने कितने बच्चों को बेचा है इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है. दो बच्चों को बेचने के लिए उसने बच्चा चोर गिरोह की सरगना अर्चना सैनी को सौंपा था. जबकि 2 साल की एक बच्ची उसके पास से भी बरामद हुई थी. पुलिस टीम दोनों महिलाओं के पास से अब तक कुल 5 बच्चों को बरामद कर चुकी है.
5 नवंबर तक रिमांड पर सीमा: रविवार को पुलिस ने पहले से गिरफ्तार चार आरोपियों के साथ ही दिल्ली से पकड़ाई महिला को न्यायालय में पेश किया. जहां से उन्हें 5 नवंबर तक पूछताछ के लिए रिमांड पर सौंपा गया है. इस पूरे मामले में अर्चना और निशांत का क्या रोल है, महिला डॉक्टर ने अब तक कितने बच्चों को बेचा है और किन-किन लोगों से उसकी सांठ-गांठ है. इसकी भी जानकारी पुलिस जुटा रही है.
कोतवाली थाना क्षेत्र से 2 बच्चियों का अपहरण: राजधानी में पुलिस की सहायक आयुक्त अनिता प्रभात शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार, ''कोतवाली थाना क्षेत्र से माता मंदिर के सामने से 11 महीने की दीपावली और 8 साल की उसकी बड़ी बहन काजल का दो महिलाओं ने अपहरण कर लिया था. पुलिस ने दोनों बच्चियों को कोलार रोड स्थित इंग्लिस विला सोसायटी के एक मकान से बरामद किया था. इस मामले में अपहरण करने वाले गिरोह की मुखिया अर्चना सैनी, उसके लिवइन पार्टनर निशांत, बेटे सूरज, नाबालिग बेटी और सूरज की गर्लफ्रेंड मुस्कान को गिरफ्तार किया गया था.''
दिल्ली से गिरफ्तार हुई सीमा: महिला के पास ढाई साल की अकीरा और तीन महीने की एंजल नामक दो बच्चियां और बरामद की गई थी, जिसे उसने दिल्ली की एक महिला डॉक्टर द्वारा बेचने के लिए देना बताया था. उसके बाद क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस की एक टीम महिला को लेकर दिल्ली पहुंची और बदरपुर से महिला डॉक्टर सीमा उर्फ कुमारी शक्तिदेवी को गिरफ्तार कर लिया. सीमा के पास से भी 2 साल की एक बच्ची बिट्टू उर्फ माही उर्फ त्रिशा बरामद हुई है. जिसे पुलिस ने फिलहाल दिल्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया था.
फर्जी डॉक्टर ने अर्चना सैनी को एक ही बच्ची देना बताया: पूछताछ के दौरान सीमा ने अर्चन सैनी को 3 महीने की एक ही बच्ची एजल को देना बताया है. यह बच्ची 23 साल की एक अविवाहित युवती की थी जिसका उसने ऑपरेशन किया था. ढाई साल की बच्ची अकीरा को देने से इंकार किया है. जबकि अर्चना उक्त बच्ची को भी सीमा से ही लेना बता रही है. सीमा के पास मिली दो साल की बच्ची 22 साल की युवती और 23 साल के उसके प्रेमी की होना बताई है. डिलीवरी के बाद उक्त बच्ची को उसने गोद लेना बताया है. बच्ची को जन्म देने वाली युवती अब किसी दूसरे लड़के से लव मैरिज कर चुकी है. पुलिस ने बच्ची को बरामद कर दिल्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया है.
दिल्ली में किराए के मकान में बना रखा था क्लीनिक: पूछताछ के दौरान पता चला कि डॉक्टर उर्फ कुमारी शक्तिदेवी केवल बारहवीं पास है और दाई का काम करती है. उसने मीठापुर एक्सटेंशन में एक किराए का मकान लेकर क्लीनिक बना रखा था. इस फर्जी क्लीनिक में बेड और डिलीवरी का पूरा सेटअप जमा हुआ था. पूछताछ में पता चला कि सीमा केवल अविवाहित युवतियों की डिलीवरी करवाती थी और अब तक करीब 50 डिलीवरी करवा चुकी है. डिलीवरी करवाने के लिए वह युवतियों और उनके परिवार वालों से बड़ी रकम लेती थी. इसके साथ ही जन्म लेने वाले बच्चों को वह निसंतान लोगों को बेचकर पैसा कमाती थी. इस काम के लिए मिलने वाली ब्लैक मनी को नंबर एक में बदलने के लिए उसने एक फर्जी शक्ति फाउंडन नाम से संस्था बना रखी थी. इस संस्था के एकाउंट में वह रुपए जमा करती थी. Fake Doctor Got Delivery 50 Unmarried Girls