भोपाल। राजधानी भोपाल की एमपी नगर पुलिस ने एक ऐसे दंपत्ति को गिरफ्तार किया है, जो कि पिछले कई सालों से भोपाल में रहते हुए भी भोपाल से फरार बताए जा रहे थे. 8 साल पहले ही एमपी नगर थाने में इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. इसके अलावा भोपाल के ही पिपलानी थाने में भी इनके खिलाफ धोखाधड़ी का आपराधिक प्रकरण दर्ज है. आरोपी भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र में नाम बदलकर काफी लंबे समय से रह रहा था.
जाने क्या है पूरा घटनाक्रमः एमपी नगर थाने के थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया कि एमपी नगर पुलिस ने ठगी करने वाले एक बुजुर्ग दंपती को गिरफ्तार किया है. इन्होंने ने दो अलग-अलग बैंकों में अपना 5000 स्क्वायर फीट का प्लॉट दिखाकर करीब 1.17 करोड़ रुपए का लोन लिया. इसके बाद में एक व्यक्ति को यह प्लॉट 15 लाख रुपये में बेच दिया. इसके बाद बुजुर्ग बंटी-बबली दंपती भेष और नाम बदलकर दानिशकुंज इलाके में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के मकान को किराए पर लेकर उस में रह रहे थे.
8 स्थाई वारंट हो चुके थे जारीः पुलिस को दोनों आरोपियों की जनवरी 2022 से तलाश थी. उनके खिलाफ 8 स्थाई वारंट जारी हो चुके थे. कोलार रोड पर पुताई का काम करने वाले युवक से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया. फिलहाल दंपति से पूछताछ जारी है. 14 जनवरी 2022 को वकील पंकज खरे ने शिकायत दर्ज करवाई थी. आवेदन जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपी दंपती 60 वर्षीय छाया भदौरिया और उनके पति 68 राजेंद्र भदौरिया ने पीड़ित से 15 लाखों रुपए लेकर एक प्लॉट के विक्रय अनुबंध किया था.
शुरू से विवादास्पद था प्लाटः यह प्लाट पहले से ही विवादास्पद था और बैंक ऑफ महाराष्ट्र कोलार रोड से 17 लाख रुपए की सीसी लिमिट के लिए यह बंधक था. इस पर पुलिस ने आरोपी दंपत्ति के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थीं. जांच में यह भी तथ्य सामने आए कि आरोपियों ने इस प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी कर इंडियन ओवरसीज बैंक, अल्पना टाकीज शाखा से एक करोड़ रुपए का लोन लिया था. जो वर्तमान में एनपीए हो गया है. इस तरह आरोपियों एक ही प्लॉट को तीन बार अलग-अलग बैंक व व्यक्ति को विक्रय व गिरवी रख रकम ऐंठ ली.
पुताई वाले मजदूर पुलिस को दी जानकारीः पुलिस का कहना है कि पुलिस को इतना पता था कि दंपती दानिशकुंज में कहीं रहता है. तभी पुलिस को सूचना मिली की बीते दिनों भदौरिया ट्रांसपोर्ट के नाम से फेमस व्यक्ति ने दीपावली पर पुताई कराई थी. पुताई के लिए एक मजदूर उनके घर गया था. पुलिस ने उस मजदूर की तलाश की. उसने पुलिस को पूरा हुलिया बताया. फिर पुलिस को एक रिटायर्ड वरिष्ठ पुलिस अफसर के मकान लेकर गया. जहां से पुलिस ने बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया.