भोपाल। जालसाज ने पहले फरियादी से थोड़ा निवेश कराने के बाद मूल धन के साथ निवेश पर लाभ लौटाकर भरोसा जीत लिया. उसके बाद उसने अधिक धनराशि निवेश कराई तथा पैसे लेकर चार्टेड एकाउंटेंट से बात करना ही बंद कर दिया. इसके बाद इस पूरे मामले की शिकायत सायबर सेल में की गई थी. पुलिस ने इस पूरे मामले में जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है.
टेलीग्राम ग्रुप से ठगी : भोपाल सायबर क्राइम के अतिरिक्त उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कोहेफिजा के सपना अपटमेंट में रहने वाले हारुन खान पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि पिछले 16 जून को उनके व्हाट्सएप पर संपर्क करने के बाद युवक ने कहा कि अगर वह इंस्ट्राग्राम पर लाइक व पोस्ट करते हैं तो उन्हें प्रति लाइन व पोस्ट के 60 रुपए दिए जाएंगे. वहीं उनके टेलीग्राम ग्रुप में जुड़कर निवेश करते हैं तो उन्हें अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा. इसके बाद हारून जालसाज के बाए टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गए.
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पहले मुनाफा फिर बड़ी चपत : शिकायत में कहा गया है कि ग्रुप में पहले से ही 5-6 लोग जुड़े हुए थे. ग्रुप में जुड़ने के बाद फरियादी ने अन्य ग्रुप मेंबर की तरह जालासज के बताए. बैंक खातों में थोड़ी- थोड़ी रकम इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया. शुरूआत में उन्हें मुनाफा हुआ तो वह बड़ी रकम निवेश करने लगे कुछ समय बाद उन्हें मुनाफा मिलना बंद हो गया. इस पर उन्होंने उक्त जालसाज से बात की तो उसने उन्हें बताया कि कुछ तकनीकी खामी के कारण मुनाफा नहीं दिया जा रहा है. पर अपना इन्वेस्ट करते रहो. जालसाज की बातों में आकर फरियादी ने अलग-अलग समय में 26 जून तक करीब 8 लाख 8 हजार रुपए इन्वेस्ट कर दिए. लेकिन उन्हें मुनाफा नहीं मिला.