भोपाल। मध्यप्रदेश में बुधवार से स्वास्थ्य सेवाएं और गड़बड़ा जाएंगी. प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ अब परमानेंट स्वास्थ्य कर्मचारी भी हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुके हैं. मंगलवार को विधानसभा घेराव के लिए भोपाल में एकत्रित हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अलग-अलग जगह पर पुलिसकर्मियों ने वहीं रोक दिया. मुख्य रूप से धरना स्थल जेपी अस्पताल परिसर में बनाया गया था. यहां से यह सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी विधानसभा घेराव के लिए निकलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर इन्हें वहीं रोक दिया. इस दौरान इन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की पुलिस से झूमा झटकी भी हो गई.
महिला कर्मचारियों ने की नारेबाजी: मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मी कर्मचारी नियमितीकरण सहित वेतन विसंगति दूर करने और अप्रेजल की मांग को लेकर हड़ताल पर है. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भदौरिया का कहना है कि सरकार ने संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित करने की बात कई समय से कह रखी है. बावजूद इसके हर बार आश्वासन देने के बाद मांगे टाल दी जाती है. इधर हड़ताल में बैठी महिला कर्मचारियों ने पीपीपी के पहन कर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.
जारी रहेगी हड़ताल: मध्य प्रदेश में 32000 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हैं. जो स्वास्थ्य विभाग में नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. अब इनके समर्थन में नियमित कर्मचारी भी आ गए हैं, जिसके बाद हड़ताल से मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाएं और बेकार हो जाएंगी.संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि, भले ही सरकार घेराव पर जाने से रोक देती है, लेकिन इनकी हड़ताल अभी भी जारी रहेगी. वहीं इनके समर्थन में परमानेंट स्वास्थ्य कर्मचारी भी आ गए हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि बुधवार से यह सभी इनकी हड़ताल में शामिल होंगे.