भोपाल। एक व्यक्ति हत्या के मामले में जेल में था. वह पेरोल पर छूटकर जेल से बाहर आया. फिर से जेल न जाने के लिए उसने बहुत ही शातिराना अंदाज में वारदात की. उसने अपनी ही कद काठी के एक व्यक्ति की हत्या की और उसके शव को पेट्रोल डालकर अपने ही घर मे जला दिया. खुद को मरा हुआ साबित करके वह फरार हो गया. भोपाल की रातीबड़ पुलिस ने उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया. इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने वाले राजेश परमार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय कुमार भारद्वाज की अदालत ने दोहरे आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई है.
पीएम रिपोर्ट से हुआ खुलासा : भोपाल जिला न्यायालय के लोक अभियोजन पक्ष के अनुसार अनुसार ने रातीबड़ पुलिस ने 29 जून 2019 को हरिनगर नीलबड़ स्थित आरोपी राजेश परमार के घर से आग से झुलसी लाश बरामद की थी. पुलिस ने राजेश परमार के भाई हरिओम से लाश की पहचान कराई तो उसने अपने भाई राजेश का शव होना बताया. इसके बाद थाना रातीबड़ के तत्कालीन थाना प्रभारी सुनील भदौरिया और उपनिरीक्षक कर्मवीर सिंह ने इस पूरे मामले में पड़ताल शुरू की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने जांच के दौरान मृतक की पहचान राजेश उर्फ राजू रैकवार के रूप में की.
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आरोपी को चेन्नई से किया गिरफ्तार : राजेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट गोविन्दपुरा थाने में दर्ज थी. तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ कि आरोपी हत्या के एक अन्य मामले में पहले से जेल मे बंद था. दोबारा जेल न जाना पड़े, इसलिए उसने अपनी कद-काठी के युवक की हत्या कर शव को जला दिया था. आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपना मोबाइल फोन भी लाश के पास छोड़ दिया था. इसके बाद रातीबड़ पुलिस ने आरोपी राजेश परमार को धारा 302 364 224 और 201 के तहत बड़ी मशक्कत के बाद चेन्नई से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.