भोपाल। दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद आसाराम को राजधानी भोपाल में दी गई जमीन की लीज को निरस्त कर दिया गया है. 4.4 एकड़ जमीन भोपाल के गांधीनगर स्थित गोदरमऊ में है, जिसकी लीज को देर शाम भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े के ने निरस्त कर दिया. प्रशासन ने इस मामले में 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.
आश्रम लीज की जमीन के आसपास करीब 28 एकड़ जमीन पर भी कब्जा कर लिया था. भोपाल कलेक्टर ने बैरागढ़ SDM को इस 28 एकड़ जमीन पर किए हुए कब्जे को हटाने के निर्देश भी दे दिए हैं. माना जा रहा है कि एक-दो दिन में इस कब्जे को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी. आश्रम में अभी भी आसाराम के सेवक और भक्त बड़ी संख्या में आते हैं. इसलिए प्रशासन कार्रवाई करने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है ताकि विवाद की स्थिति से भी निपटा जा सके.
2006 में दी गई लीज
आसाराम आश्रम योग वेदांत समिति गांधीनगर को प्रशासन ने 2006 में गांधीनगर के पास गोदर मऊ में खसरा नंबर 47/1/ 1/ और 47/1/2 की 4.4 एकड़ जमीन लीज पर दी थी. स्कूल और शैक्षणिक कार्य के लिए दी गई जमीन पर गौशाला और अन्य गतिविधियां संचालित हो रही हैं. सेवादारों ने पीछे की तरफ रास्ता भी अतिक्रमण कर रोक रखा है. इस बारे में शैलेश प्रधान ने जिला प्रशासन को शिकायत की थी, उसके बाद ही ये कार्रवाई की गई है.
कोर्ट में पेश की गई जांच रिपोर्ट
एसडीएम बैरागढ़ की तरफ से इस संबंध में एक जांच रिपोर्ट भोपाल कलेक्टर कोर्ट में प्रस्तुत की गई है. सुनवाई के बाद कलेक्टर ने लीज का आवंटन निरस्त कर दिया है. अब जमीन शासन के पास आएगी.
एयरपोर्ट अथॉरिटी की जमीन पर कब्जा
कब्जे को लेकर विवाद था. वहां हवाई पट्टी की जमीन निकली है. इसी पट्टी पर अवैध झुग्गियां भी बस गई हैं और रास्ता रोककर किसानों के लिए परेशानी खड़ी की गई है. कुछ लोगों की निजी जमीन है और दान की जमीने मिलाकर 28 एकड़ पर अतिरिक्त कब्जा किया गया है, जिसे अब जिला प्रशासन और पुलिस बल की टीम के द्वारा जल्द हटाया जाएगा. बताया जा रहा है कि आसाराम के इस आश्रम में जमकर अतिक्रमण किया गया है, जिसकी वजह से आस-पास के किसानों की जमीनों के लिए रास्ता भी बंद कर दिया गया है. यदि प्रशासन के द्वारा आश्रम को हटाया जाता है और आसपास में जो अतिक्रमण किया गया है उसे भी तोड़ा जाता है तो बहुत सारे किसानों के लिए रास्ता खुल जाएगा.
जानकारी के मुताबिक आसाराम आश्रम योग वेदांत समिति के पदाधिकारी इस मामले को लेकर जल्द हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं. बता दें कि संत आसाराम और उसका बेटा नारायण साई जब से जेल में गया है तब से ही इस आश्रम को लेकर कई शिकायतें हो चुकी हैं.