भोपाल| राजधानी से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का दर्द एक बार फिर सामने आया. प्रज्ञा ठाकुर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि "हेमंत करकरे पर दिए विवादित बयान के बाद मैं माफी मांग चुकी हूं", लेकिन क्या आप लोग उन लोगों से माफी मंगवा सकते हैं, जिन्होंने मुझे 9 साल तक टॉर्चर किया है."
प्रज्ञा ठाकुर ने 1984 के दंगों को लेकर कहा है कि वो दंगे नहीं थे बल्कि हत्याकांड था और उसके दोषी प्रदेश में मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं. वहीं साध्वी ने कमलनाथ पर वार करते हुए कहा कि वे किस आधार पर साध्वी के अंत की बात कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ साध्वी के आदि और अंत की बात ना करें. कमलनाथ के लिए प्रज्ञा ने ये भी कहा है कि आप अपने भ्रष्टाचारी जीवन में बने रहें. हिंदुत्व को आतंकवादी कहने वाले जो लोग हैं विरोधी लोग हैं, धर्म विरोधी लोग हैं और समाज की अखंडता के विरोधी लोग हैं.
वहीं साध्वी प्रज्ञा ने दिग्विजय को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि दिग्विजय निश्चित रूप से कालनेमि हैं, जो कई स्वरूप धारण करते हैं, लेकिन उनका शुद्ध चरित्र है और वो सामने हैं. वहीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अंदेशा जताते हुए कहा है कि हो सकता है कि मुझे षड्यंत्र के तहत जेल भेज दिया जाए और मुझे जेल से ही चुनाव लड़ना पड़े.