भोपाल। शहर में सबसे ज्यादा परेशानी ट्रैफिक की होती है. शाम होते- होते पुराने शहर के कई इलाकों में लंबा जाम लग जाता है. इसी दबाव को कम करने के लिए कमलापति घाट पर आर्च ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन ब्रिज का काम पूरा कब होगा, अब इस पर सवाल उठने लगे हैं. पिछले 4 साल पहले इसका शिलान्यास किया गया था. लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी इसका काम अभी 15 से 20 फीसदी अधूरा है.
बता दें 2016 में आर्च ब्रिज की नींव रखी गई थी और 2018 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य था. लेकिन 2018 के बाद 2020 आ गया, बावजूद इसके काम पूरा नहीं हो पाया. इतना ही नहीं पैसे की तंगी के चलते नगर निगम ने इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी के हवाले कर दिया. जिससे काम और पीछे होता चला गया. जो ब्रिज 35 करोड़ में बनकर तैयार होना था, उसमें देरी होने की वजह से अब उसकी लागत करीब 40 करोड़ के आसपास पहुंच चुकी है.
काम में हो रही देरी को लेकर स्थानीय विधायक आरिफ मसूद का कहना है कि, आर्च ब्रिज को लेकर जो काम रुका हुआ है, उसके लिए हल निकाला गया था और ये तय किया गया था कि, जो मकान बीच में आ रहे हैं, उन्हें ना तोड़ते हुए डिजाइन बदलकर रास्ते को डायवर्ट किया जाए, लेकिन हमारी सरकार जाने के बाद से अब काम रुका हुआ है. सरकार और अधिकारियों को जल्द काम पूरा करना चाहिए. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि, अगर काम जल्द शुरू नहीं होगा तो वे इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
प्रोजेक्ट के अधिकारियों समेत नगर निगम कमिश्नर बीएस चौधरी का कहना है कि, जल्द काम शुरू होगा. लेकिन जिस जगह से ब्रिज का रूट तय किया गया है, वहां कुछ मकान हटाने का मामला कोर्ट में चल रहा है. इन्हीं सब को देखते हुए समय लग रहा है. नगर निगम कमिश्नर बीएस चौधरी ने कहा कि, वे खुद स्थानीय लोगों से बात करेंगे और मामले की पूरी जानकारी लेंगे.
आर्च ब्रिज के निर्माण से पुराने भोपाल के लोगों को ट्रैफिक की समस्या से निजात मिल सकती है. लेकिन शुरूआती दिनों से ही राजनीतिक रस्साकशी में फंसा ये ब्रिज अभी अधूरा पड़ा है. मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि, लोगों को 2020 में भी आर्च ब्रिज की सौगात मिलना मुश्किल ही है.